धनबाद : मॉनसून ने दस्तक दे दी है, लेकिन नगर निगम की तैयारी धरी की धरी रह गयी. नाला की सफाई के लिए भले ही नगर निगम धनबाद अंचल के लिए 40 लेबर उतारे लेकिन यह काफी नहीं थी. धनबाद अंचल में छोटे बड़े लगभग 56 नाले हैं. 15 दिनों में 40 लेबर से नाला की सफाई संभव नहीं है. कुछ नाला की सफाई तो की गयी वह भी आधी-अधूरी. धनबाद के मुख्य नाला में आज भी जगह-जगह जाम है. प्रभात खबर ने सोमवार को शहर के विभिन्न नालाों की पड़ताल की. हाउसिंग कॉलोनी के बड़ा नाला में कचरा भरा पड़ा था. इसके अलावा नाला में गोबर का अंबार है.
इस नाला से आइएसएम, डीजीएमएस, हाउसिंग कॉलोनी के अलावा कई जगहों का पानी निकलता है. नाला की सफाई ठीक से नहीं की गयी है. हल्की बारिश में हाउसिंग कॉलोनी में पानी भर जायेगा. कॉलोनी के लोगों का कहना है कि नगर निगम की ओर से सफाई मजदूर आये थे. नाला की सफाई मात्र खानापूर्ति की गयी. हर साल की तरह इस साल भी मॉनसून में नरक जैसी स्थिति हो जायेगी.
मॉनसून में हो जायेगी नारकीय स्थिति : हंस विहार कॉलोनी में लगभग दो सौ घर हैं. यहां छोटी नाली की सफाई की गयी, लेकिन बड़े नाला की सफाई आधी-अधूरी की गयी. कॉलोनी से सीएमआरआइ होकर जो बड़ा नाला गुजरता है, उसकी सफाई नहीं की गयी. नाला पूरा जाम है. गाद भरा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक बड़े नाला की सफाई ठीक से नहीं होगी, बारिश का पानी नहीं निकलेगा. बड़ा नाला जाम रहने के कारण कॉलोनी में पानी भर जाता है. इस बार भी मॉनसून में नरक जैसी स्थिति हो जायेगी. पार्षद से कह कर सफाई करा लेते थे. बोर्ड का कार्यकाल खत्म होने के बाद अब तो पार्षद भी हमलोगों को मदद नहीं कर पायेंगे.
चाणक्य व विद्यापति नगर की स्थिति बदतर : मॉनसून के नाम से यहां के लोग सिहर उठते हैं. यहां नाला पर अतिक्रमण है. मॉनसून को लेकर नाला की सफाई ठीक से नहीं की गयी. बड़ा नाला के अलावा छोटे नाला भी यहां जाम है. स्थानीय लोगों का कहना है कि मॉनसून में हर साल पानी घरों में घुस जाता है. सफाई के लिए निगम के सफाई कर्मी आये थे. लेकिन सफाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गयी. चाणक्य नगर की स्थिति और भी खराब है. नाला के पानी निकासी की समस्या से यहां के लोग जूझ रहे हैं. विद्यापति नगर की स्थिति और भी खराब है.
Posted By : Pritish Sahay