रायपुर : गणतंत्र दिवस के मौके पर छत्तीसगढ़ ने अपने कर्मचारियों को नायाब तोहफा दिया है. आज बुधवार यानी 26 जनवरी को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य के कर्मचारियों के लिए कई तरह का ऐलान किया है. अब राज्य के कर्मचारियों को हफ्ते में केवल पांच दिन ही काम करने होंगे. इसके साथ ही, सरकार ने पेंशन मद में अंशदायी पेंशन योजना के अंशदान को 10 फीसदी से बढ़ाकर 14 फीसदी कर दिया है.
समाचार एजेंसी एएनआई के एक ट्वीट के अनुसार, छत्तीसगढ़ सरकार ने गणतंत्र दिवस के मौके पर कई घोषणाएं की हैं. इसमें राज्य में सरकारी कर्मचारियों के लिए सप्ताह में पांच दिन काम का समय निर्धारित किया गया है. इसके साथ ही, पेंशन मद में सरकार की ओर से अंशदायी पेंशन योजना के तहत अंशदान को 10 फीसदी से बढ़ाकर 14 फीसदी कर दिया गया है.
इसके अलावा, गणतंत्र दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ऐलान किया है कि रिहायशी क्षेत्रों में संचालित व्यवसायिक गतिविधियों के नियमितीकरण के लिए विशेष प्रावधान किए जाएंगे. महिला सुरक्षा के लिए भी प्रत्येक जिले में महिला सुरक्षा प्रकोष्ठ का गठन भी किया जाएगा.
राज्य में तीरंदाजी को प्रोत्साहित करने के लिए शहीद गुण्डाथुर राज्य स्तरीय तीरंदाजी अकादमी की भी शुरुआत की जाएगी. इसके अलावा, अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) में उद्यमिता विकास के लिए 10 फीसदी भूमि भी आरक्षित किए जाएंगे.
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इसके साथ ही, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसानों के लिए घोषणा करते हुए कहा कि खरीफ वर्ष 2022-23 से प्रदेश में दलहन फसल जैसे मूंग, उड़द, अरहर आदि की खरीदी भी एमएसपी पर की जाएगी. वहीं, श्रमिक परिवारों की बेटियों के लिए मुख्यमंत्री सशक्तिकरण सहायता योजना शुरू की जाएगी. इसके तहत दो बेटियों के बैंक खातें में 20-20 हजार रुपये की राशि का एकमुश्त जमा कराई जाएगी.