झारखंड: सीएम हेमंत सोरेन चतरा में बोले, दिल्ली व रांची के एसी रूम से नहीं, अब गांव से चलेगी आपकी सरकार

सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड में गरीबी, भुखमरी, बेरोजगारी दूर की जा रही है. 2025 तक राज्य को मजबूत बनाएंगे. दूसरे से भीख नहीं मांगेंगे. वे सिमरिया के कर्बला मैदान में आयोजित आपकी-योजना, आपकी-सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम के मौके पर जनसभा को संबोधित कर रहे थे.

By Guru Swarup Mishra | December 26, 2023 6:38 PM

सिमरिया (चतरा), दीनबंधु: झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि दिल्ली व रांची के एयर कंडीशनर रूम में बैठकर नहीं, बल्कि अब गांव से चलेगी हेमंत सरकार. गांव सशक्त बनेगा, तभी देश विकास करेगा. जब हमारी सरकारी बनी थी, तब राज्य में समस्याओं का अंबार लगा हुआ था. मैंने विकास कार्यों की योजना बनायी. अब गांवों का विकास तेजी से किया जा रहा है. पुल, पुलिया, सड़क के विकास कार्य कराये जा रहे हैं. राज्य में गरीबी, भुखमरी, बेरोजगारी दूर की जा रही है. 2025 तक राज्य को मजबूत राज्य बनाएंगे. दूसरे से भीख नहीं मांगेंगे. वे सिमरिया के कर्बला मैदान में आयोजित आपकी-योजना, आपकी-सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम के मौके पर जनसभा को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि 23 नवंबर को बिरसा मुंडा की पावन धरती से शुरू हुआ यह कार्यक्रम 29 दिसंबर तक चलेगा. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग आवेदन दे रहे हैं. प्राप्त आवेदनों की जांच की जा रही है. सूची बनाई जा रही है. समस्याएं जल्द दूर की जा रही हैं. सरकार आपका दरवाजा खटखटा कर, आपकी पंचायत में बैठ कर व शिविर लगाकर आपको योजना का लाभ देने पहुंच रही है.

केंद्र सरकार पर साधा निशाना

सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि नवजात झारखंड का पूर्ववर्ती सरकार ने विकास के नाम पर केवल शोषण किया है. इसके कारण झारखंड पिछड़ा राज्य बन गया है. यहां के खजाना को खाली कर दिया गया था. इस कारण गांव भुखमरी के कगार पर चला गया था. हक व अधिकार मांगने पर केंद्र सरकार ईडी भेजती है. प्रधानमंत्री आवास के लिए केंद्र सरकार के पास जाकर नाक रगड़ते रहे. बावजूद केंद्र सरकार ने चूं तक नहीं किया. तब मैंने राज्य के लोगों को राज्य सरकार द्वारा अबुआ आवास गरीबों को देने का कानून बनाया. गरीबों का दो कमरे की जगह अब तीन कमरे का आवास बनेगा. बहुत जल्द लाभुकों के बैंक खाते में राशि भेजी जाएगी. राज्य में आठ लाख गरीब लोगों को आवास देना है. इसकी संख्या प्राप्त आवेदन के आधार पर बढ़ाई भी जाएगी.

Also Read: कौन हैं आशा लकड़ा, जिन्हें पश्चिम बंगाल लोकसभा चुनाव को लेकर इलेक्शन मैनेजमेंट कमेटी में किया गया है शामिल

चतरावासियों को बाइपास की सौगात

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड के 11 लाख लोगों के राशनकार्ड को पूर्ववर्ती सरकार ने डिलीट कर दिया था. अब उन्हें भी राशन कार्ड बनवाकर खाद्यान्न मुहैया कराया जा रहा है. यहां के लोग दूसरे प्रदेश में जाकर मजदूरी करते थे. उन्हें भी रोजगार दिया जा रहा है. गरीबी व तकलीफ को दूर करने के लिए पैमाना बनाया गया है. चतरा में बाइपास सड़क का टेंडर हो चुका है. जल्द ही निर्माण कार्य कराया जाएगा. अगले साल उद्घाटन किया जाएगा. सड़क बनने के बाद चतरावासियों को सहूलियत होगी. राज्य में सर्वजन पेंशन योजना बुजुर्गों के लिए मील का पत्थर साबित हो रही है. 60 साल की उम्र सीमा की अहर्ता रखने वाले महिला व पुरुष को पेंशन लाभ तुरंत दिया जा रहा है. नया कानून व नियम बना कर 18 साल के बाद की विधवा महिला को भी पेंशन मुहैया करायी जा रही है. बुजुर्गों, महिलाओं, युवाओं, युवतियों के लिए योजनाएं संचालित कर रोजगार से जोड़ा जा रहा है. मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के अंतर्गत पूंजी मुहैया करा कर आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है.

Also Read: झारखंड: सीआरपीएफ जवान ने अपनी इंसास राइफल से खुद को गोली मारकर की आत्महत्या, रामगढ़ के थे रामबाबू राय

बेटी अब बोझ नहीं

सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि बेटी अब बोझ नहीं बनेगी. बेटी की पढ़ाई को लेकर नयी योजना बनायी गयी है. सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना से जोड़ कर लाभ दिया जा रहा है. हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई यानी हर वर्ग को योजना का लाभ दिया जा रहा है. पढ़ाई के क्षेत्र में गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना के माध्यम से डॉक्टर, इंजीनियर, वकील की पढ़ाई कर सकेंगे. उन्हें 15 लाख तक की सहायता दी जा रही है. जमीन गिरवी नहीं रखनी है. इसका गारंटर सरकार है. महिलाएं व छात्रों के लिए बस सेवा शुरू होगी. बस किराया नहीं लगेगा. डीवीसी पर अब निर्भर नहीं रहेंगे. राज्य के लोगों को निर्बाध बिजली मिलेगी. फिलहाल राज्यवासियों को 100 यूनिट बिजली फ्री मिल रही है. उन्होंने दलालों को सचेत रहने की नसीहत दी. गरीब लोग दलालों को पैसा नहीं दें. आधार कार्ड में छेड़छाड़ नहीं करें.

Also Read: झारखंड का एक गांव, जिसका नाम सुनते ही नहीं थमेगी हंसी, ग्रामीणों को भी बताने में आती है काफी शर्म

Next Article

Exit mobile version