सीएम ममता बनर्जी कई परियोजनाओं का करेंगी उद्घाटन, कोयला खदान के भूमि मालिकों को सौंपेंगी नियुक्ति पत्र

सीएम ममता बनर्जी सिंचाई विभाग के परिसर के अंदर आधिकारिक गेस्ट हाउस में सरकारी सेवा वितरण समारोह के लिए रामपुरहाट पहुंची थीं. तब यहां सर्किट हाउस बनाने का प्रस्ताव आया था. मुख्यमंत्री ने तत्कालीन जिलाधिकारी से रंगबितान के मॉडल पर एक सर्किट हाउस के लिए कदम उठाने को कहा. इसका नाम तारा बितान रखा गया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 1, 2023 11:06 AM
an image

बोलपुर (पश्चिम बंगाल) मुकेश तिवारी. सीएम ममता बनर्जी बीरभूम जिले का दौरा कर रही हैं. बुधवार को बोलपुर डाक बंगला मैदान में सरकारी सुविधाएं प्रदान करने के लिए उद्घाटन समारोह में कई परियोजनाओं का शिलान्यास और कई परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगी. इस दौरान देउचा-पचामी कोयला खदान के लिए जमीन देने वाले चार सौ भूस्वामियों को सरकारी नौकरी का नियुक्ति पत्र सौंपेंगी. वह अपने पसंदीदा स्थान बल्लभपुर अमर कुटी राज्य सरकार गेस्ट हाउस रंगबितान में रह रही हैं. मुख्यमंत्री ने इस रंगबितान को अपना दूसरा घर बताया. रंगबितान का नामकरण भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किया है. रंगबितान से सटे रामपुरहाट का तारा पीठ भी है. यह नामकरण भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किया है. परियोजनाओं के शिलान्यास के लिए लगभग 158 करोड़ 95 लाख रुपये की राशि भी आवंटित की गई है.

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 29 जनवरी को राज्य सिंचाई विभाग के परिसर के अंदर आधिकारिक गेस्ट हाउस में सरकारी सेवा वितरण समारोह के लिए रामपुरहाट पहुंचीं. तब यहां सर्किट हाउस बनाने का प्रस्ताव आया था. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तत्कालीन जिलाधिकारी मौमिता गोदारा बसु से रंगबितान के मॉडल पर यहां एक सर्किट हाउस बनाने के लिए कदम उठाने को कहा और इसका नाम तारा बितान रखा गया क्योंकि सर्किट हाउस तारापीठ के पास था. तत्कालीन पर्यटन मंत्री इंद्रनील सेन ने आकर इस मामले को अंतिम रूप दिया. इसके लिए राज्य पर्यटन विभाग ने 10 लाख 8 हजार 486 रुपए स्वीकृत किया था. इस पैसे से तारापीठ मंदिर के मॉडल पर एक वीवीआईपी कॉटेज समेत कुल 21 कॉटेज बनाए गए हैं. प्रवेश द्वार पर एक सुंदर तोरणद्वार का निर्माण किया गया है, स्विमिंग पुल, खेल का मैदान, पैदल पथ और दोनों तालाबों का भी सौंदर्यीकरण किया गया है. इसी तरह अजय नदी के किनारे इलामबाजार के जयदेव-केंदुली टिकरबेटा में पीतल उद्योग के विकास के लिए ‘पीतल और बेल धातु क्लस्टर’ स्थापित किया गया है. कलाकारों के बैठने और काम करने के लिए लगभग 30 लाख 70 हजार रुपए की लागत से टिकरबेटा में ‘कॉमन फैसिलिटी सेंटर’ बनाया गया है. यहां 70 लाख के उपकरण लगे हैं.

Also Read: पश्चिम बंगाल: हाथी दांत की तस्करी करने वाले बड़े गिरोह का खुलासा, 50 लाख का हाथी दांत जब्त, 3 तस्कर अरेस्ट

शांतिनिकेतन में सोनाझुरी हाट के पास 2 करोड़ रुपये की लागत से 13 हजार वर्गफीट क्षेत्र में कॉमन फैसिलिटी सेंटर बनाया गया है. यहां एक करोड़ की मशीनरी काम के लिए आ रही है. लाभपुर के शेखमपुर में राज्य सरकार के पशु विकास विभाग द्वारा 22 करोड़ 23 लाख 50 हजार रुपये की लागत से 35.41 एकड़ क्षेत्र में बत्तख प्रजनन केंद्र का निर्माण किया गया है. इस प्रजनन केंद्र में प्रतिदिन औसतन 5,000 अंडे का उत्पादन होगा. इस केन्द्र में 1060 मादा बत्तख तथा 942 नर बत्तख का उत्पादन किया जा रहा है तथा प्रतिदिन 882 अंडे का उत्पादन किया जा रहा है. गुनुटिया में लाभपुर में मयूराक्षी नदी पर पुल बनाने की परियोजना 2010 में शुरू की गई थी, लेकिन काम ठप हो गया. बाद में यह काम शुरू और खत्म हुआ. इस पुल की लंबाई लगभग 1360 मीटर और चौड़ाई 10 मीटर है. पुल के दोनों तरफ तीन फुटपाथ भी हैं. मुख्य पुल की लंबाई 286 मीटर है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बोलपुर डाकबंगला मैदान से इनका उद्घाटन करेंगी .

Exit mobile version