सीएम ममता बनर्जी का भाजपा पर पलटवार, कहा- श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेनों को नहीं कहा कोरोना एक्सप्रेस
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamta Banerjee) ने केंद्र सरकार (Modi government) पर बरसते हुए कहा कि लॉकडाउन (Lockdown) बगैर किसी योजना के लागू किया गया. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन अनप्लान्ड था. उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने कभी भी श्रमिक स्पेशल ट्रेनों (Shramik special trains) को कोरोना एक्सप्रेस नहीं कहा था.
कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamta Banerjee) ने केंद्र सरकार (Modi government) पर बरसते हुए कहा कि लॉकडाउन (Lockdown) बगैर किसी योजना के लागू किया गया. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन अनप्लान्ड था. उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने कभी भी श्रमिक स्पेशल ट्रेनों (Shramik special trains) को कोरोना एक्सप्रेस नहीं कहा था.
उन्होंने आमलोगों द्वारा ऐसा कहे जाने की बातें कही. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार यदि ट्रेनों की फ्रीक्वेंसी को बढ़ा कर चलाती, तो हालात इतने नहीं बिगड़ते. जिन ट्रेनों में 1200 लोगों को लाना चाहिए, उनमें 2000 से 2500 लोगों को भेजा जा रहा था.
11 लाख प्रवासी मजदूर लौटे
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में 11 लाख प्रवासी मजदूर (Migran workers) लौटे हैं. 235 ट्रेनों के स्थान पर 255 ट्रेनें चलायी गयीं. 22 ट्रेनें अभी आनी बाकी हैं. अगले 2- 3 दिनों में वह आ जायेंगी. गौरतलब है कि गृह मंत्री अमित शाह ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेनों को कोरोना एक्सप्रेस कह कर मजदूरों का अपमान कर रही हैं.
दो शिफ्ट में होगा काम
राज्य सचिवालय, नबान्न में संवाददाता सम्मेलन करते हुए ममता बनर्जी ने बताया कि राज्य सरकार के उप सचिव पद तक के कर्मचारी दो शिफ्टों में काम करेंगे. ये दो शिफ्ट सुबह 9.30 बजे से दोपहर 2.30 बजे तक और दोपहर 12.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक होंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बसों में काफी भीड़ हो रही है. राज्य सरकार 5 हजार बसों को चला रही हैं. लेकिन, बसों में खासी भीड़ होने से कोरोना का खतरा बढ़ता है. इसीलिए लोकल ट्रेनों को भी नहीं चलाया जा रहा. लिहाजा राज्य सरकार ने 70 फीसदी कर्मचारियों को रोस्टर के आधार पर दो शिफ्टों में बांटा है.
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कर्मचारी अधिकतम एक घंटे तक विलंब से आ सकते हैं. मुख्यमंत्री ने निजी संस्थानों, कार्यालयों से भी अनुरोध किया कि वह कर्मचारियों को घर से काम करने पर बढ़ावा दें. यदि कार्यालय आना बेहद जरूरी हो, तो रोस्टर के आधार पर कम कर्मचारियों को बुलायें. उन्हें शिफ्टों में भी बांटा जा सकता है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 30 जून तक राज्य के स्कूलों को बंद रख गया है. जो हालात हैं उससे जुलाई में भी स्कूलों के खुलने की संभावना नहीं है. हायर सेकेंडरी तथा सीबीएसई/आइसीएसई ने परीक्षाओं की घोषणा की है. जुलाई में परीक्षाओं के होने पर भी स्कूलों में पढ़ाई नहीं हो सकेगी.
Posted By : Samir ranjan.