स्वरोजगार के लिए ऋण वितरण समारोह में पहुंचे सीएम, कहा यूपी में नौकरी व रोजगार की कमी नहीं
चार दिवसीय दौरे पर गोरखपुर पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सीएम मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में आयोजित वृहद रोजगार मेला एवं स्वरोजगार के लिए ऋण वितरण समारोह में शिरकत की.
गोरखपुर : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने चार दिवसीय दौरे पर रविवार को गोरखपुर पहुंचे है.सीएम योगी रविवार को मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित वृहद रोजगार मेला एवं सेवायोजित प्रशिक्षणार्थियों के नियुक्ति पत्र वितरण तथा स्वरोजगार के लिए 500 करोड़ रुपये के ऋण वितरण समारोह में शिरकत करने पहुंचे.वृहद रोजगार मेले में सीएम योगी ने विभिन्न बड़ी कंपनियों में अलग-अलग पदों पर लाखों रुपये के सालाना पैकेज पर नियुक्त हुए 20 युवाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किया.इसके साथ ही उन्होंने विभिन्न योजनाओं से स्वरोजगार के लिए बड़ौदा यूपी बैंक की तरफ से छह लाभार्थियों को ऋण भी वितरित किया.इस दौरान मुख्यमंत्री ने नियुक्ति पत्र पाने वालों तथा स्वरोजगार के लिए ऋण प्राप्त करने वालों की जमकर हौसला अफजाई भी की. इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम स्थल के पास लगे वित्तीय जागरूकता, वित्तीय समावेशन, महिला स्वयंसेवी समूह, बैंकर्स, एनएसडीसी, श्रम एवं सेवायोजन आदि के स्टालों का अवलोकन किया.इस दौरान उन्होंने स्टालों पर मौजूद लोगों से उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली.मंच से अपने संबोधन ने सीएम योगी ने कहा कि केंद्र व प्रदेश की डबल इंजन सरकार हर हाथ को काम, हर हाथ को रोजगार के उद्घोष को साकार कर रही है.उत्तर प्रदेश में नौकरी व रोजगार की कोई कमी नहीं है.युवा अपनी अभिरुचि के अनुसार क्षेत्र का चयन कर खुद को प्रशिक्षण से जोड़कर तैयार करें, उनके रोजगार व नौकरी की गारंटी सरकार लेगी.
उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन, श्रम एवं सेवायोजन विभाग एवं राजकीय आईटीआई के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने जब हर हाथ को काम, हर खेत को पानी का नारा दिया था. तब लोग इसे पूरा हो पाना असंभव मानते थे.पर, 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने इसे लगातार हकीकत में बदल दिया है.डबल इंजन की सरकार बिना भेदभाव हर हाथ को काम उपलब्ध करा रही है.मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पीएम मोदी ने भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था के लिए जनधन खाते खुलवाकर, डीबीटी से धनराशि अंतरित कर, डिजिटल इंडिया से गांवों को जोड़कर हर व्यक्ति को सक्षम बनाया है.मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, स्टैंडअप इंडिया, मुद्रा योजना, विश्वकर्मा योजनाओं के जरिये देश में युवाओं के लिए रोजगार और स्वरोजगार की ढेर सारी संभावनाओं को आगे बढ़ाया है.
सीएम योगी ने कहा कि वृहद रोजगार मेले में आए जिन युवाओं को किसी कारणवश रोजगार नहीं मिल पाएगा.उन्हें पीएम-सीएम इंटर्नशिप योजना से जोड़ा जाएगा.इन युवाओं को इंडस्ट्री में ट्रेनिंग देने के साथ मानदेय भी दिया जाएगा.मानदेय का आधा हिस्सा सरकार और आधा हिस्सा संबंधित इंडस्ट्री देगी. इंडस्ट्री में ट्रेनिंग के बाद ऐसे युवाओं को रोजगार मिलेगा और उनकी ऊर्जा और प्रतिभा का लाभ समाज व देश को मिलेगा.उन्होंने रोजगार मेले में नियुक्ति पाने वालों को बधाई दी और अचयनितों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि वे निराश न हों.परिश्रम का जज्बा रखते हुए क्षेत्र चुनकर ट्रेनिंग लें.आश्वस्त रहें, सरकार नौकरी की कमी नहीं होने देगी.मुख्यमंत्री ने सभी लोगों को शारदीय नवरात्र की महाअष्टमी, महानवमी व विजयदशमी की शुभकामनाएं देते हुए मां भगवती व प्रभु श्रीराम से सबकी मनोकामना पूर्ण करने की प्रार्थना की.
38 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव से 1.10 करोड़ को रोजगारमुख्यमंत्री ने कहा कि पहले उत्तर प्रदेश में निवेश नहीं आता था.आज 38 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्राप्त हुए हैं.जब ये निवेश प्रस्ताव धरातल पर उतरेंगे तो 1.10 करोड़ युवाओं को नौकरी व रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे.गर उद्योगों की आवश्यकता के अनुसार युवाओं को प्रशिक्षण प्राप्त हो जाए तो यूपी के युवाओं को अपने राज्य व जनपद में ही रोजगार मिल जाएगा. सीएम योगी ने कहा कि यूपी में जब पारंपरिक शिल्प व उद्योगों को ऊंचाई देने के लिए ओडीओपी योजना शुरू की गई. तो लोग ऐसे शिल्प-उद्योगों को मरा हुआ कहते थे. वास्तव में ऐसा समझने वालों की सोच मरी हुई है.सरकार ने जब पूर्वजों की जीवंत धरोहर इन उद्योगों को टेक्नोलॉजी, ब्रांडिंग और मार्केटिंग से जोड़ा तो लॉकडाउन में इस सेक्टर में 40 लाख लोगों को रोजगार दिया गया.लॉकडाउन में सरकार ने लोगों को दूसरे राज्यों से सुरक्षित उनके घर तक पहुंचाया और रोजगार भी दिया.घर लौटा यूपी का आदमी यहीं काम कर यूपी की अर्थव्यवस्था में योगदान दे रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि जितने प्रतिशत लोग दूसरे राज्यों से लौटे, उतने ही प्रतिशत अर्थव्यवस्था बढ़ी है जबकि जिन राज्यों से वे आए, वहां अर्थव्यवस्था पर उतने ही प्रतिशत नकारात्मक असर पड़ा है.
पर्यटकों की ताकत समझने की जरूरतमुख्यमंत्री ने कहा पहले यूपी में प्रतिवर्ष सिर्फ 3 करोड़ पर्यटक आते थे.आज यह संख्या 32 करोड़ हो चुकी है.इस ताकत को समझने की जरूरत है.उन्होंने कहा कि पर्यटन का क्षेत्र भी रोजगार का बड़ा आधार है। इससे टैक्सी, रेस्टोरेंट, होटल, प्रसाद व फूलमाला बिक्री से जुड़े लोगों को रोजगार मिलता है.उन्होंने बताया कि उनकी मौजूदगी में अयोध्या में 450 होम स्टे का पंजीकरण हुआ है. इसकी संख्या 1500 से अधिक होने जा रही है. होम स्टे भी रोजगार का साधन बनेंगे. पर्यटन स्थलों पर युवा गाइड के रूप में भी रोजगार पाएंगे.यही नहीं धार्मिक पर्यटन स्थलों पर इस्तेमाल की गई फूल पत्तियों को एकत्र कर धूपबत्ती, इत्र बनाकर नए रोजगार की शुरुआत की जा सकती है.यह वेस्ट को वेल्थ में बदलने की कला भी होगी.
कोई भी व्यक्ति अयोग्य नहीं, मार्गदर्शक की कमीसीएम योगी ने कहा कि हमारी मान्यता रही है कि कोई भी व्यक्ति अयोग्य नहीं है.यदि कहीं कोई अयोग्य दिख रहा है तो इसका अर्थ यह है कि वहां मार्गदर्शक की कमी है.125 कंपनियों की भागीदारी और करीब 34 हजार रिक्तियों वाला यह वृहद रोजगार मेला एक योग्य योजक की भूमिका में है.उन्होंने कहा कि युवा निरंतर प्रयास करते रहें, सरकार उनके लिए अनेक कार्यक्रमों को लेकर उन्हें आगे बढ़ने का अवसर देने को तैयार है.युवाओं को तकनीकी रूप से सक्षम बनाने के लिए सरकार 2 करोड़ युवाओं को टैबलेट व स्मार्ट फोन उपलब्ध कराने में जुटी है.
हर क्षेत्र में अग्रणी हैं बेटियां, सीडी रेशियो बढ़ाएं बैंकसीएम योगी ने महिलाओं के स्वावलंबन पर भी अपनी बात रखी.उन्होंने कहा कि बेटियां हर क्षेत्र में अग्रणी हो रही हैं.अयोध्या में उन्होंने 51 बसों को हरी झंडी दिखाई, हर बस में चालक-परिचालक महिलाएं ही हैं. बेटियां फाइटर पायलट बन रही हैं.बीसी सखी बनकर, रेडीमेड गारमेंट्स, कालीन उद्योग सेक्टर से जुड़कर घर संभालते हुए आय अर्जित कर रही हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 56000 गांवों में महिलाएं बीसी सखी के रूप में 15 से 25 हजार रुपये मासिक कमा रही हैं. स्वरोजगार के लिए 500 करोड़ रुपये के ऋण वितरण के लिए मुख्यमंत्री ने बड़ौदा यूपी बैंक की तारीफ की. साथ ही आह्वान किया कि बैंक जमा के अनुपात में लोन यानी सीडी रेशियो को बढ़ाएं योजनाओं को प्रशिक्षण से जोड़कर ऋण उपलब्ध कराएं ताकि रोजगार और स्वरोजगार को और बढ़ावा मिले.
यह रहे मौजूद
इस अवसर कुशीनगर के सांसद विजय दूबे, गोरखपुर के महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक श्रीराम चौहान, राजेश त्रिपाठी, महेंद्रपाल सिंह, विपिन सिंह, डॉ विमलेश पासवान, प्रदीप शुक्ल, एमएलसी डॉ धर्मेंद्र सिंह, एमएमएमयूटी के कुलपति प्रो जेपी सैनी समेत बड़ी संख्या में अधिकारी, युवा व गणमान्यजन उपस्थित रहे.
रिपोर्ट : कुमार प्रदीप