गोरखपुर : सीएम योगी ने जनता दर्शन में सुनी फरियादियों की समस्या, कहा- हर जरूरतमंद का मिले आवास-इलाज
गोरखपुर: जनता दर्शन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करीब 200 लोगों की समस्याएं सुनीं. इसमें बड़ी संख्या महिलाओं की रही. इस दौरान एक महिला ने आवास की समस्या बताई. इस पर मुख्यमंत्री ने तुरंत अधिकारियों को निर्देशित किया कि महिला की समस्या को संवेदनशीलता से देखें.
Gorakhpur News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन जरूरतमंदों को अभी पक्का मकान नहीं मिल पाया है, उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना या मुख्यमंत्री आवास योजना के दायरे में लाकर पक्के आवास की सुविधा उपलब्ध कराई जाए. आयुष्मान कार्ड बनवाकर इलाज की उचित व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए.कार्ड न होने की दशा में गंभीर बीमारियों के उपचार के लिए विवेकाधीन कोष से धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी. सीएम योगी ने गुरुवार को गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन के दौरान लोगों की समस्याएं सुनते अफसरों को ये निर्देश दिए. मंदिर परिसर स्थित महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सामने आयोजित जनता दर्शन में मुख्यमंत्री कुर्सियों पर बैठाए गए लोगों तक खुद पहुंचे. सबकी समस्याओं को सुनते हुए आश्वस्त किया हर समस्या का समयबद्ध, पारदर्शी व संतुष्टिपरक निस्तारण किया जाएगा.
जनता दर्शन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करीब 200 लोगों की समस्याएं सुनीं. इसमें बड़ी संख्या महिलाओं की रही. इस दौरान एक महिला ने आवास की समस्या बताई. इस पर मुख्यमंत्री ने तुरंत अधिकारियों को निर्देशित किया कि महिला की समस्या को संवेदनशीलता से देखें. महिला को प्रधानमंत्री आवास योजना या मुख्यमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आवास उपलब्ध कराया जाए. जमीन कब्जा करने की शिकायतों पर उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में कड़ी कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए. राजस्व व पुलिस से संबंधित मामलों में प्रभावी कार्रवाई हो.उन्होंने कहा कि अधिकारी जन कल्याण के कार्यों को सदैव प्राथमिकता पर रखें और हर पीड़ित की समस्या का त्वरित निस्तारण करना सुनिश्चित करें.
इलाज में आर्थिक सहायता की गुहार लेकर पहुंचे लोगों को सीएम योगी ने भरोसा दिलाया कि पैसे के अभाव में किसी इलाज नहीं रुकने पाएगा. उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि एस्टीमेट की प्रक्रिया को प्राथमिकता पर पूर्ण कराकर शासन को उपलब्ध कराएं. शासन से इलाज में भरपूर आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी.
रिपोर्ट–कुमार प्रदीप,गोरखपुर