Loading election data...

सीएम योगी और ओपी राजभर की बंद कमरे में हुई मुलाकात, लोकसभा चुनाव से पहले गठबंधन की अटकलें तेज

सीएम योगी और सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर के बीच हुई मुलाकात से लोग तरह तरह के अंदाजा लगा रहे हैं. ओपी राजभर ने मुख्यमंत्री योगी को बेटे की शादी में बुलाया था, लेकिन वह नहीं पहुंच सके. उनके प्रतिनिधि के रूप में सलाहकार अवनीश कुमार अवस्थी ओपी राजभर के घर गए और मुख्यमंत्री का बधाई संदेश दिया.

By Sandeep kumar | June 16, 2023 12:50 PM
an image

Varanasi : सीएम योगी आदित्यनाथ और सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के बीच देर रात वाराणसी के सर्किट हाउस के बंद कमरे में मुलाकात हुई है. दोनों नेताओं के बीच हुई ये मुलाकात काफी ज्यादा खास मानी जा रही है. लगभग आधे घंटे तक दोनों नेताओं के बीच मुलाकात और बातचीत हुई. सीएम योगी ने अरुण राजभर की शादी को लेकर बधाई दी.

अरुण के प्रतिभोज कार्यक्रम में सीएम नहीं पहुंच सके थे. प्रमुख सचिव अवनीश के जरिए बधाई संदेश भिजवाया था. बता दें कि अरुण राजभर की रिसेप्शन पार्टी की भी राजनीतिक गलियारों में खूब चर्चा हुई थी. उस शादी वाली पार्टी में बीजेपी के भी दिग्गज नेता शामिल हुए थे.

जल्द हो सकता है गठबंधन का औपचारिक ऐलान- अरुण राजभर

इस मुलाकात की पुष्टि सुभासपा के मुख्य प्रवक्ता अरुण राजभर ने की है. साथ ही अरुण ने साफ संकेत दिया कि लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा से गठबंधन की संभावना है. अब अंतिम बैठक लखनऊ में होगी. उसके बाद गठबंधन का औपचारिक ऐलान हो सकता है. इससे पहले ओपी राजभर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, डिप्टी सीएम समेत कई बड़े नेताओं से बेटे की शादी में मुलाकात कर चुके हैं.

दरअसल, हाल ही में सुभासपा अध्यक्ष के बेटे अरुण की शादी हुई है. राजभर परिवार ने कई बड़ी हस्तियों को न्योता दिया था, जिसमें भाजपा-सपा समेत कई दलों के नेता पहुंचे थे. बेटे की शादी में भाजपा नेताओं के आगमन ने राजभर के नए सियासी गठबंधन की अटकलों को हवा दी थी.

सुभासपा नेता ने मीडिया से बनाई दूरी

ओपी राजभर से पूछा गया तो उन्होंने साफ कहा कि मुख्यमंत्री से मिलना है. रात एक बजे के बाद जानकारी मिली कि मुख्यमंत्री व ओपी राजभर की मुलाकात हुई है. दोनों नेता करीब 25 मिनट तक एक कमरे में बैठकर बात करते रहे. मुख्यमंत्री से मिलने के बाद सुभासपा नेता बाहर आए, लेकिन वहां पत्रकारों से बात नहीं की है.

आपको बता दें कि ओपी राजभर की पूर्वांचल के गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ व बलिया में राजभर समाज के बीच अच्छी पैठ है. 16 विधानसभा क्षेत्रों में मजबूत पकड़ बताई जाती है. पिछले विधानसभा चुनाव में ही सपा से गठबंधन के बाद सुभासपा का प्रदर्शन अच्छा था, इसलिए सुभासपा को जोड़ने में भाजपा अपना फायदा देख रही है.

Exit mobile version