UP News: सीएम योगी ने ट्रेन से घायल पीड़िता को 5 लाख का आर्थिक सहयोग का ऐलान किया, बीबीगंज थानाध्यक्ष बदले

सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीड़ित छात्रा को पांच लाख रुपये का मुआवजा देने की बात कही. इसके साथ ही पीड़िता को इलाज का सभी खर्च भी दिया जाएगा. यह जानकारी डीएम रविंद्र कुमार ने पीड़ित छात्रा के परिजनों को दी है.

By Prabhat Khabar News Desk | October 11, 2023 9:46 PM

बरेली : सीएम योगी आदित्यनाथ बरेली में छात्रा से छेड़छाड़ की घटना को लेकर काफी खफा हैं. एक युवक पर छेड़छाड़ का विरोध करने वाली छात्रा को ट्रेन के नीचे फेंकने का आरोप है. जिसके चलते छात्रा के दोनों पैर और एक हाथ कट गया था. इस मामले में पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की. इसके साथ ही आरोपी युवक, और उसके पिता को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. कमिश्नर सौम्या अग्रवाल, आईजी डॉक्टर राकेश सिंह, डीएम रविंद्र कुमार, और एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान सीबीगंज पहुंचे थे. उन्होंने पीड़िता छात्रा से अस्पताल में मुलाकात की थी.

बुधवार शाम एसएसपी ने सीबीगंज थाने की कमान इंस्पेक्टर राधेश्याम को दी है. बताया जाता है कि नए इंस्पेक्टर राधेश्याम ने सीबीगंज थाने पहुंचकर जिम्मेदारी संभाल ली है. वह गैर जनपद से ट्रांसफर होकर बरेली आए थे. सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीड़ित छात्रा को पांच लाख रुपये का मुआवजा देने की बात कही. इसके साथ ही पीड़िता को इलाज का सभी खर्च भी दिया जाएगा.यह जानकारी डीएम रविंद्र कुमार ने पीड़ित छात्रा के परिजनों को दी है. यह राशि जल्द ही पीड़ित परिवार के खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी. डीएम ने जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया.

उधर छेड़छाड़ पीड़िता की हालत काफी गंभीर है.उसका ऑपरेशन हो चुका है. मगर, इसके बाद भी सुधार नहीं हुआ. जिसके चलते बुधवार दोपहर को पीड़िता छात्रा को रुहेलखंड मेडिकल कॉलेज में रेफर किया गया है.


जानें क्या है मामला

शहर के सीबीगंज थाना क्षेत्र के एक गांव की 10 वीं की छात्रा को खड़ौआ रेलवे क्रॉसिंग पर ट्रेन के नीचे फेंकने का आरोप है.वह कोचिंग से लौट रही थी.परिजनों ने शोहदों पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था.परिजनों ने आरोप लगाया था कि छात्रा ने शोहदों की छेड़छाड़ का विरोध किया था.इससे खफा युवक ने छात्रा को ट्रेन के आगे फेंक दिया.इसमें छात्रा का एक हाथ, और दोनों पैर कट गए हैं.उसकी हालत गंभीर है.निजी अस्पताल में ऑपरेशन चल रहा है.

रिपोर्ट: मुहम्मद साजिद, बरेली

Next Article

Exit mobile version