PHOTOS: सीएम योगी ने 9 कन्याओं के पांव पखार मातृ शक्ति की आराधना की, देखें तस्वीरें

सीएम योगी ने शारदीय नवरात्रि की महानवमी तिथि को अपने आवास पर देवी दुर्गा के नौवें रूप में सिद्धिदात्री की पूजा-अर्चना की. उसके बाद उन्होंने मां दुर्गा के 9 स्वरूप की प्रतीक नौ कन्याओं व बटुक की पूजा-अर्चन की.

By Prabhat Khabar News Desk | October 23, 2023 4:19 PM
undefined
Photos: सीएम योगी ने 9 कन्याओं के पांव पखार मातृ शक्ति की आराधना की, देखें तस्वीरें 7

सीएम योगी ने सोमवार को शारदीय नवरात्रि के महानवमी तिथि पर गोरक्षपीठ की परंपरा के अनुरूप कन्या पूजन किया. अपने आवास शक्तिपीठ में आयोजित कन्या पूजन कार्यक्रम में गोरक्षपीठाधीश्वर ने नौ दुर्गा स्वरूपा 9 कुंवारी कन्याओं के पांव पखारे.

Photos: सीएम योगी ने 9 कन्याओं के पांव पखार मातृ शक्ति की आराधना की, देखें तस्वीरें 8

साथ ही उनका विधि विधान से पूजन किया, चुनरी ओढाई, आरती उतारी, श्रद्धापूर्वक भोजन कराया, दक्षिणा और उपहार देकर उनका आशीर्वाद लिया. मुख्यमंत्री ने परम्परा का निर्वहन करते हुए बटुक पूजन भी किया.

Photos: सीएम योगी ने 9 कन्याओं के पांव पखार मातृ शक्ति की आराधना की, देखें तस्वीरें 9

इस दौरान सीएम योगी ने मंदिर के भोजनालय में पीतल के परात में भरे जल में नौ नन्ही बालिकाओं का बारी-बारी पांव धोया. दुर्गा सप्तशती के मंत्रोच्चार के बीच उनके माथे पर रोली, चंदन, दही, अक्षत और दूब (दुर्वा) का तिलक लगाया.

Photos: सीएम योगी ने 9 कन्याओं के पांव पखार मातृ शक्ति की आराधना की, देखें तस्वीरें 10

माला पहनाकर, चुनरी ओढ़ाकर, उपहार एवं दक्षिणा प्रदान कर आशीर्वाद लिया. सीएम योगी ने पूजन के बाद इन कन्याओं को मंदिर की रसोई में पकाया गया ताजा भोजन प्रसाद अपने हाथों से परोसा.

Photos: सीएम योगी ने 9 कन्याओं के पांव पखार मातृ शक्ति की आराधना की, देखें तस्वीरें 11

इन नौ कन्याओं के अतिरिक्त बड़ी संख्या में पहुंची बालिकाओं और बटुकों का भी सीएम ने पूजन कर आरती उतारी. सभी को श्रद्धापूर्वक भोजन कराकर उपहार व दक्षिणा दिया. अपने महराज जी (योगी बाबा) का प्यार-दुलार पाने के लिए नन्हीं बालिकाओं व बटुकों की आतुरता देखते ही बन रहा था.

Photos: सीएम योगी ने 9 कन्याओं के पांव पखार मातृ शक्ति की आराधना की, देखें तस्वीरें 12

सीएम के हाथों दक्षिणा मिलने से ये बालिकाएं काफी प्रफुल्लित दिखीं. सीएम ने अपने हाथों से भोजन परोसते समय निरंतर संवाद भी करते रहे. यह भी ख्याल रखते रहे कि किसी भी बालक-बालिका की थाली में प्रसाद की कोई कमी न रहे. इसे लेकर वह मंदिर की व्यवस्था से जुड़े लोगों को निर्देशित करते रहे.

रिपोर्ट–कुमार प्रदीप, गोरखपुर

Exit mobile version