Munger News: तारापुर में शनिवार को लगभग चार घंटे तक बबाल काटा गया. विरोध प्रदर्शन के नाम पर तोड़फोड़ और आगजनी की घटना को उपद्रवियों के द्वारा अंजाम दिया गया. शांतिप्रिय क्षेत्र को अशांत करने की कोशिश की गई. पुलिस ने त्वरित कार्यवाई करते हुए तीन सौ से अधिक लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है. उत्पात मचाने के आरोपित पांच लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है. वहीं इस पूरे हंगामे में कोचिंग संस्थानों की भी भूमिका सामने आ सकती है. जांच चल रही है.
शनिवार को तारापुर में बंद के दौरान हुए उपद्रव के पूरे घटनाक्रम की वीडियो रिकार्डिंग को खंगालकर तोड़फोड़ में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है. शनिवार की घटना से सहमे व्यवसाइयों ने सोमवार को भारत बंद के दौरान दुकानों को नहीं खोला.
स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी द्वारा सुरक्षा का भाव जगाने के लिए शहर में एसडीओ रंजीत कुमार, एसडीपीओ पंकज कुमार के नेतृत्व में शहर में फ्लैग मार्च किया गया. लोगों को दुकान खोल कर सामान्य तौर तरीका अपनाने की अपील की गई.
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प्रशासन पर विश्वास रख लोगों ने अपने प्रतिष्ठान को खोला. अनुमंडल पदाधिकारी रंजीत कुमार ने कहा कि बंद के आह्वान को देखते हुए पूरे अनुमंडल क्षेत्र में 16 जगहों पर दंडाधिकारी के नेतृत्व में पुलिस गश्ती दल तैनात किए गए.अधिकारियों के दल के द्वारा फ्लैग मार्च किया जा रहा है. सभी जगहों से सूचना एकत्रित की जा रही है. लोगों को समझाया जा रहा है किसी भी हिंसक आंदोलन का हिस्सा नहीं बने अन्यथा प्रशासन कड़ी कानूनी कार्रवाई के लिए मजबूर होगी.
एसडीपीओ पंकज कुमार ने कहा कि 18 जून की घटना के बाद प्रशासन काफी सक्रिय है. उस दिन की घटना से जुड़े वीडियो फुटेज को खंगाला जा रहा है. कोचिंग संस्थान की भूमिका संदेह के दायरे में आ रही है. मजबूत साक्ष्य मिलने पर उनके संचालक की भी गिरफ्तारी होगी. घटना में शामिल कोई भी असामाजिक तत्व बच नहीं पाएंगे. हमलोग खुद शांति बहाल करने के लिए फ्लैग मार्च कर रहे हैं. अभी तक किसी प्रकार की अप्रिय सूचना प्राप्त नहीं हुई है. सोमवार को किसी प्रकार की बंदी नहीं हो पाई है.
Posted By: Thakur Shaktilochan