कोलकाता: कोयला घोटाला (Coal Scam) मामले में कोलकाता की कंपनी ईएमटीए कोल लिमिटेड (EMTA Coal Limited) के 200 करोड़ रुपये की संपत्ति प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने की अटैच कर ली है. न्यूज एजेंसी एएनआई ने गुरुवार को यह जानकारी दी. बताया गया है कि एनफोर्समेंट डिपार्टमेंट (Enforcement Directorate) ने कंपनी के मालिकों और उनके परिवार के सदस्यों की चल और अचल संपत्तियां जब्त की हैं.
354 एकड़ जमीन अटैच की
कोयला खदान आवंटन मामले (Coal Block Allocation Case) में हुई गड़बड़ी से जुड़े एक केस में यह कार्रवाई की गयी है. जब्त की गयी संपत्ति का मूल्य 200 करोड़ रुपये बताया जाता है. इससे पहले, बुधवार को ईडी ने कहा था कि उसने कोयला खदान आवंटन मामले में हुई गड़बड़ियों की जांच के दौरान मनी लाउंडरिंग (Money Laundering) के एक केस में कंपनी की 354 एकड़ जमीन अटैच की है. अटैच की गयी इस जमीन की कीमत करीब 445 करोड़ रुपये आंकी गयी है.
रामसरूप लौह उद्योग लिमिटेड के खिलाफ बड़ी कार्रवाई
प्रवर्तन निदेशालय की ओर से बताया गया है कि जांच एजेंसी ने पश्चिम बंगाल की कंपनी रामसरूप लौह उद्योग लिमिटेड (Ramsarup Lohh Udyog Ltd) के खिलाफ यह कार्रवाई की है. इस कंपनी को पश्चिम बंगाल में कैप्टिव कोयला खनन (Captive Coal Mining) के लिए कोयला खदान का आवंटन किया गया था. जब्त की गयी 354.25 एकड़ जमीन की बुक वैल्यू 5.29 करोड़ रुपये है. इस जमीन का मार्केट वैल्यू 445.59 करोड़ रुपये बताया जा रहा है.
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यूपीए सरकार में मचा था कोयला घोटाला पर घमासान
उल्लेखनीय है कि केंद्र में जब संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) की सरकार थी, तब कोयला घोटाला को लेकर जमकर बवाल मचा था. आरोप लगा था कि लाखों करोड़ रुपये के घोटाले हुए हैं. सरकार ने हालांकि आरोपों से इंकार किया था, लेकिन मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा और जांच शुरू हुई. इसके बाद कई कंपनियों पर छापे पड़े और बड़ी संख्या में लोग जेल भी गये. इसमें नेता, अधिकारी और व्यापारी शामिल हैं.
Posted By: Mithiesh Jha