धनबाद: कोयला कर्मियों को इस साल 81000 रुपया तक बोनस मिलने की उम्मीद है. कोल इंडिया के पिछले 10 वर्षों के ट्रेंड पर गौर करें, तो इस साल दुर्गापूजा पर कोलकर्मियों को 75,500 रुपया से 81,000 रुपया तक बोनस मिल सकता है. पिछले वर्ष कर्मियों को 72,500 रुपये बोनस मिला था. वहीं वर्ष 2020 में 68,500 रुपये मिला था. यानी वर्ष 2020 की तुलना में वर्ष 2021 में बोनस की राशि में 4000 की बढ़ोतरी हुई.
10 वर्षों के ट्रेंड को आधार बनायें तो बोनस राशि में साल दर साल अधिकतम 8500 रुपये व न्यूनतम 3000 रुपये तक की बढ़ोतरी हुई है. इस तरह अगर पिछले साल की राशि में न्यूनतम 3000 हजार की बढ़ोतरी हुई तो इस साल 75,500 रुपया तक व अधिकतम 8500 रुपया की बढ़ोतरी पर 81,000 रुपया तक बोनस मिलने की उम्मीद है.
इस साल कोलकर्मियों को कितना बोनस (परफाॅर्मेंस लिंक रिवार्ड) मिलेगा, इस पर निर्णय के लिए कोल इंडिया प्रबंधन द्वारा 28 सितंबर को रांची स्थित सीएमपीडीआइ में बैठक आहूत की गयी है. बैठक पर बीसीसीएल, इसीएल व सीसीएल समेत अन्य कोल कंपनियों के करीब 2.30 लाख कर्मियों की निगाहें टिकी हुई हैं.
इधर एटक, एचएमएस, बीएमएस और सीटू समेत अन्य ट्रेड यूनियनों के नेता गोलबंद हो इस बार अधिक से अधिक बोनस दिलाने का दावा कर रहे हैं. कारण कोल इंडिया इस साल मुनाफे में है.
वर्ष बोनस राशि कितना बढ़ा
2021 72,500 4000
2020 68,500 3800
2019 67,700 4000
2018 60,700 3700
2017 57,000 3000
2016 54,00 5500
2015 48,500 8500
2014 40,000 8500
2013 31,500 5500
2012 26,000 5000
रिपोर्ट- मनोहर कुमार