Dhanbad News: बीसीसीएल सिजुआ क्षेत्र के बासदेवपुर कोलियरी कोलडंप में शनिवार को पुलिस-प्रशासन द्वारा पेलोडर से कोयला लोडिंग शुरू करायी गयी. इसके साथ ही यहां पूर्व मंत्री जलेश्वर महतो के समर्थक विधायक ढुलू महतो के समर्थकों पर भारी पड़े. इतना ही नहीं, पुलिस ने कोलडंप गेट पर मैनुअल लोडिंग की मांग को लेकर छह दिनों से धरना पर बैठे ढुलू समर्थक लोडिंग मजदूरों को धारा 144 का हवाला देते हुए हटा दिया.
पुलिस छावनी में तब्दील था क्षेत्र
इस दौरान कोलडंप व बासदेवपुर इलाका पुलिस छावनी में तब्दील था. लोडिंग स्थल आने-जाने वाले सभी रास्ते सील थे. ड्रोन से निगरानी की जा रही थी. शनिवार को कोयला लोडिंग के लिए डीओ धारक की 12 गाड़ियां पहुंचीं. पुलिस संरक्षण में सात गाड़ियों में कोयला लोडिंग करायी गयी. इस दौरान असंगठित मजदूर मैनुअल लोडिग की मांग को लेकर दो स्थानों पर जमे रहे. पुलिस ने उन्हें डंप में नहीं पहुंचने दिया. मौके पर जोगता थानेदार पंकज वर्मा, लोयाबाद थानेदार विकास कुमार, पुटकी के प्रभारी थानेदार विकास कुमार, भागाबांध ओपी राजीव तुरी के अलावा तेतुलमारी पुलिस भी मौजूद थी. इधर, पुलिस प्रशासन द्वारा पेलोडर से कोयला लोडिंग शुरू कराने से लोडिंग मजदूरों में रोष देखा गया.
क्या है मामला
बासदेवपुर कोलडंप से 15000 टन कोयला उठाव का ऑफर शीला तथा काफिन इंटरप्राइजेज कंपनी को मिला है. एनआइटी के तहत कोयला लोडिंग पेलोडर से करनी है. दोनों कंपनी के प्रोपराइटर ने पूर्व विधायक जलेश्वर महतो समर्थक राजकुमार महतो, असलम मंसूरी तथा ग्रामीण एकता मंच के हरेंद्र चौहान को स्थानीय स्तर पर कोयला लिफ्टिंग का कार्य सौंपा है. इधर, विधायक ढुलू महतो समर्थक लोडिंग मजदूर कोयला का उठाव मैनुअल करने की मांग कर रहे थे. इसके चलते छह दिनों से दोनों नेताओं के समर्थकों में तनाव बना हुआ था.
हम विधायक की रंगदारी के विरोधी
कंपनी के लिफ्टर व कांग्रेस नेता राजकुमार महतो, असलम अंसारी तथा ग्रामीण एकता संघर्ष मोर्चा के संयोजक हरेंद्र चौहान ने बांसजोड़ा में संयुक्त रूप से प्रेसवार्ता कर कहा कि पेलोडर लोडिंग के दौरान छंटाई आदि काम को लेकर जो भुगतान मजदूरों को मिलता था, वह पूर्व की तरह मिलता रहेगा. हम मजदूर विरोधी नहीं हैं, लेकिन विधायक ढुलू महतो की रंगदारी चलने नहीं दी जायेगी. कहा कि 2021 में जब कोयला का ऑफर आया था, उस समय एसडीओ के साथ वार्ता में 260 रुपये प्रति टन मजदूरी तय हुई थी. पूरे बीसीसीएल में 260 रुपये प्रति टन मजदूरी दी जाती है. यह मजदूरी मजदूरों के हाथ में दी जायेगी.