बीसीसीएल के आउटसोर्सिंग पैच की सुरक्षा व कोयला चोरी को लेकर कंपनी की गंभीरता व चेतावनी का भी कोई खास असर नहीं दिख रहा. अभी भी विभिन्न पैचों में सुरक्षा की व्यवस्था में कमी बरकरार है, तो कोयला चोरों की भीड़ भी कम नहीं हो रही है. ज्ञात हो कि बीसीसीएल के आउटसोर्सिंग पैच की सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट पर शनिवार को उच्चस्तरीय बैठक हुई थी. इस दौरान कई गंभीर कमियां और गड़बड़ियां पायी गयी थीं.
इसे लेकर प्रबंधन ने सभी आउटसोर्सिंग कंपनियों को पैच की सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने की चेतावनी देते हुए कहा था कि 15 दिनों के अंदर पूरी व्यवस्था नहीं हुई तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. सुधार हो रहा है या नहीं इसको देखते रहने के लिए प्रबंधन ने आउटसोर्सिंग पैचों की हाइटेक ड्रोन के माध्यम से वीडियोग्राफी कराने का भी निर्णय लिया था.
इसी क्रम में मंगलवार को ड्रोन उड़ाया गया, पर जो तसवीरें निकल कर आयीं उससे साफ लगा कि कोयला चोर व उनके सिंडिकेट पर बीसीसीएल की चेतावनी का कोई असर नहीं था. आलम यह था कि मंगलवार को जब कंपनी के बरोरा एरिया में स्थित फुलारीटांड़ पैच बी व ब्लॉक-टू एरिया के बेनीडीह मां अंबे आउटसोर्सिंग पैच में हाइटेक ड्रोन उड़ा तो वहां आउटसोर्सिंग कंपनी के आदमियों के अलावा सैकड़ों की संख्या में कोयला चोर कोयला चोरी करते दिखे. उनमें बड़ी संख्या में महिला-पुरुष व बच्चे भी शामिल थे.
बीसीसीएल की सुरक्षा टीम ना केवल दिन में, बल्कि रात में भी ड्रोन से वीडियो करा रही है. जानकारी के मुताबिक सोमवार की आधी रात के बाद सुरक्षा टीम ने बस्ताकोला ओसीपी में हाइटेक ड्रोन के जरिए वीडियो व फोटोग्राफी करायी. वीडियो में साफ दिख रहा है कि उक्त ओसीपी में तीन गाड़ियों में अवैध रूप से कोयले की लोडिंग हो रही थी, जबकि माइंस में बड़ी संख्या में बाइकर्स गैंग (कोयला चोर) घुसे हुए थे.
पूरा मामला ड्रोन के माध्यम से वीडियो में साफ-साफ दिख रहा है. हालांकि अभी मामले में कंपनी के अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि बस्ताकोला ओसीपी से हर रात करीब 35-50 गाड़ी चोरी के कोयले की निकासी की जा रही है.
हाइटेक ड्रोन से ली गयी वीडियो व फोटोग्राफी के जरिए बीसीसीएल प्रबंधन अब ऐसे लोगों व सिंडिकेट पर एफआइआर कराने की तैयारी में है. इसे लेकर तरह-तरह की चर्चा भी हो रही है. इधर, मंगलवार को सुरक्षा टीम ने महुदा क्षेत्र से एक जेसीबी, एक ट्रक व चार मोटरसाइकिलें जब्त कर स्थानीय थाना को सौंप दिया है. इस मामले में एफआइआर दर्ज कराने की भी बात कही जा रही है.