Agra : आगरा में एक रिटायर्ड ब्रिगेडियर के भूखंड पर निर्माण चल रहा था. वहीं पास में रहने वाले कर्नल और उसके पिता ने उनकी भूखंड पर बनी दीवार को गिरा दिया और पीड़ित रिटायर ब्रिगेडियर और उनकी बेटी से अभद्रता के साथ गाली गलौज की. साथ ही जान से मारने की धमकी भी दी. इसके बाद पीड़ित रिटायर ब्रिगेडियर ने न्यायालय की शरण ली. न्यायालय के आदेश पर थाना हरी पर्वत में आरोपी कर्नल और उसके पिता के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है. जिसमें पुलिस जांच कर कार्रवाई की बात कह रही है.
दरअसल, थाना हरीपर्वत में दर्ज हुए मुकदमे के अनुसार पीड़ित सुरेश कुमार सिंह राना पुत्र स्वर्गीय श्री भंवर लाल सिंह आगरा में 1/186, बीएम सरकार रोड, दिल्ली गेट निवासी हैं और हाल में मकान नंबर 104, नवयुग अपार्टमेंट्स जीएच 11, सेक्टर 43, गुरुग्राम हरियाणा में रह रहे हैं. सुरेश कुमार सिंह राना के अनुसार वह भारतीय सेना से ब्रिगेडियर के पद से रिटायर हुए हैं और उन्हें राष्ट्रपति द्वारा विशिष्ट सेवा मेडल भी प्राप्त हो चुका है.
उन्होंने बताया कि आगरा में स्थित उनके आवास में कोर्ट द्वारा शांतिपूर्ण कब्जा दखल व उपयोग और उपभोग तथा निर्माण में व्यवधान व हस्तक्षेप ना करने का आदेश पारित किया था. जिसके अनुसार सुरेश कुमार सिंह 9 मई 2023 को अपने निवास स्थान पर एक दीवार का निर्माण करा रहे थे. 10 फीट तक उनकी दीवार का निर्माण हो चुका था. ऐसे में जब 11 तारीख को सुबह 9:30 बजे वह अपने मजदूरों के साथ उक्त निवास स्थान पर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि उनकी 10 फुट की दीवार को तोड़ दिया गया है और वहां पर रखी हुई ईंट और सीमेंट भी गायब हो चुका है.
रिटायर ब्रिगेडियर सुरेश कुमार द्वारा जब आसपास पूछताछ की गई तो वहीं के निवासी भुवनेश कुमार सिंह पुत्र भंवर पाल सिंह और उनके बेटे कर्नल बृजेश निवासी 1/186 बीएम सरकार रोड दिल्ली गेट मौके पर आ गए. और उन्होंने कहा कि यह दीवार हमने तोड़ी है इसके बाद पीड़ित और उनकी पुत्री को भुवनेश्वर उनके बेटे कर्नल बृजेश सिंह ने गालियां दी और उनके साथ अभद्रता की और जान से मारने की धमकी देते हुए कहा कि अगर तुम भी यहां पर मिल जाते तो तुम्हें भी ढेर कर देते. इसके बाद पीड़ित के सिर में फावड़ा लेकर मारने की कोशिश की गई और उनकी पुत्री को थप्पड़ मारा गया.
पीड़ित सुरेश कुमार सिंह ने कहा कि आरोपियों ने उन्हें धमकी दी कि मैं किसी भी न्यायालय का आदेश नहीं मानूंगा और दोबारा तुम्हारी दीवार यहां पर बनने नहीं दूंगा. उन्होंने आगे कहा कि तुम्हारे इस भूखंड के सारे कागज मैंने अपने नाम से बना लिए हैं. अगर तुमने किसी से शिकायत की तो तुम दोनों बाप बेटी की खैर नहीं. पीड़ित ने इसकी शिकायत थाना हरीपर्वत में की लेकिन उनका आरोप है कि उनकी कोई भी सुनवाई नहीं की गई.
इसके बाद उन्होंने डाक द्वारा अपना शिकायती पत्र आगरा के पुलिस कमिश्नर को 12 मई को भेजा लेकिन वहां भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. जिसके बाद उन्होंने न्यायालय की शरण ली और न्यायालय के आदेश पर 10 जून को थाना हरी पर्वत में मुकदमा दर्ज किया गया है.