आयुक्त बने किसान, गेहूं की फसल काट कर किसानों को दिया संदेश, ‘किसान ही अन्नदाता’
कोसी प्रमंडल के किसानों को ससमय गेहूं फसल कटनी के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से अपनी सहभागिता दे प्रमंडलीय आयुक्त के सेंथिल कुमार ने अपने आवास में लगे गेहूं फसल की कटनी कर संदेश दिया है. उन्होंने किसानों की तरह ही गेहूं कटनी का कार्य कर एक बड़ा संदेश किसानों को दिया है कि सभी किसानों के उपजाये जानेवाले अन्न पर ही निर्भर हैं. राज्य सरकार द्वारा लॉकडाउन की अवधि मे कृषि कार्यों में सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए गेहूं की कटनी एवं अधिप्राप्ति का निर्देश दिया गया है.
सहरसा : कोसी प्रमंडल के किसानों को ससमय गेहूं फसल कटनी के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से अपनी सहभागिता दे प्रमंडलीय आयुक्त के सेंथिल कुमार ने अपने आवास में लगे गेहूं फसल की कटनी कर संदेश दिया है. उन्होंने किसानों की तरह ही गेहूं कटनी का कार्य कर एक बड़ा संदेश किसानों को दिया है कि सभी किसानों के उपजाये जानेवाले अन्न पर ही निर्भर हैं. राज्य सरकार द्वारा लॉकडाउन की अवधि मे कृषि कार्यों में सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए गेहूं की कटनी एवं अधिप्राप्ति का निर्देश दिया गया है.
गेहूं की अधिप्राप्ति के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराने के निर्देश के आलोक में प्रमंडलीय आयुक्त के सेंथिल कुमार ने प्रमंडलीय जिलों के सभी संबंधित पदाधिकारियों को इस आशय का निर्देश दिया है. सरकार के निर्देश के आलोक में पैक्सों के माध्यम से अधिप्राप्ति के निर्देश दिये गये हैं. इससे किसानों को उनकी ही पंचायत में फसल का उचित मूल्य मिल सके. अधिप्राप्ति की राशि का निर्धारित समय सीमा में भुगतान सुनिश्चित कराने का भी उन्होंने निर्देश दिया है. साथ ही फसल कटनी की नियमित मॉनीटरिंग करने के निर्देश दिये.
आयुक्त द्वारा पर्यावरण संरक्षण एवं भूमि की उर्वरा शक्ति के दृष्टिगत निर्देश दिया गया है कि फसल कटनी के बाद खेतों में पराली नहीं जलायें. इसके लिए किसानों को प्रेरित करें. जिला कृषि पदाधिकारी दिनेश प्रसाद सिंह ने जानकारी देते कहा कि जिला अंतर्गत गेहूं आच्छादन का कुल 52 हजार हेक्टेयर का लक्ष्य प्राप्त था. इसके आलोक में 53 हजार 430 हेक्टेयर की उपलब्धि हासिल हुई है.
कृषि विभाग द्वारा प्रति पंचायत पांच कटनी प्रयोग के दर से कुल 755 फसल जांच कटनी का प्रयोग लक्ष्य प्राप्त है. अब तक लगभग अस्सी प्रतिशत यानी 604 फसल जांच कटनी प्रयोग कर लिया गया है. इसका औसत उत्पादन 20 से 24 क्विंटल प्रति हेक्टेयर प्राप्त हुआ है. फसल जांच कटनी प्रयोग अप्रैल माह के प्रथम सप्ताह से किया जा रहा है.