बरेली: चकरोड को लेकर फर्जी रिपोर्ट देने वाले लेखपाल को कमिश्नर ने किया सस्पेंड, समाधान दिवस पर सुनी जनसमस्या
बरेली की मीरगंज तहसील में कमिश्नर सौम्या अग्रवाल की अध्यक्षता में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन हुआ. इस दौरान कमिश्नर और आईजी ने जनसमस्याओं को सुनकर समाधान किया. इसके साथ ही चकरोड पर कब्जे की गलत रिपोर्ट देने पर लेखपाल को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड (निलंबित) करने के निर्देश दिए.
Bareilly : उत्तर प्रदेश के बरेली की मीरगंज तहसील में शनिवार को कमिश्नर सौम्या अग्रवाल की अध्यक्षता में सम्पूर्ण समाधान दिवस आयोजित किया गया. इसमें कमिश्नर और आईजी ने जनसमस्याओं को सुनकर समाधान किया. इसके साथ ही चकरोड पर कब्जे की गलत रिपोर्ट देने पर लेखपाल को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड (निलंबित) करने के निर्देश दिए. इससे लेखपालों में हड़कंप मच गया.
मीरगंज तहसील के पिछले सम्पूर्ण समाधान दिवस में शिकायतकर्ता गोविन्द राम ने अपने खेत को जाने वाले चकरोड पर अवैध कब्जे की शिकायत की थी. इस मामले में संबंधित लेखपाल ने रिपोर्ट लगा दी कि पैमाईश कराकर चकरोड से कब्जा हटवा दिया है. कमिश्नर ने शनिवार को आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में शिकायतकर्ता से दूरभाष पर बातचीत की. इसमें शिकायतकर्ता ने बताया कि चकरोड से कब्जा नहीं हटाया गया है. कमिश्नर सौम्या अग्रवाल ने मामले को गंभीरता से लिया. उन्होंने गलत रिपार्ट देने के कारण आरोपी लेखपाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए.
कमिश्नर की कार्रवाई से सम्पूर्ण समाधान दिवस में हड़कंप मच गया. इस दौरान कमिश्नर और आईजी डॉ. राकेश सिंह ने 20 शिकायतें सुनीं. इसमें राजस्व विभाग की 10, पुलिस विभाग की 2, विकास विभाग की 2, आपूर्ति विभाग की 2, लोक निर्माण विभाग की 3, और विद्युत विभाग की एक शिकायत थी. उन्होंने मौके पर ही एक शिकायत का निस्तारण किया. कमिश्नर ने शिकायतकर्ताओं की शिकायतों को सुना और संबंधित अधिकारियों को निस्तारण करने के निर्देश दिए.
एसडीएम को निर्देश दिए कि अवैध कब्जे संबंधी शिकायती प्रार्थना पत्रों के निस्तारण में लेखपाल और पुलिस को संयुक्त रूप से मौके पर भेजकर उनका निस्तारण कराया जाए. सम्पूर्ण समाधान दिवस में एसपी सिटी राहुल भाटी, एसडीएम मीरगंज, तहसीलदार समेत संबंधित अफसर मौजूद थे.
शिकायत निस्तारण में गुणवत्ता का रखें ख्याल
कमिश्नर ने शिकायती प्रार्थना पत्रों के निस्तारण में गुणवत्ता का विशेष ख्याल रखने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि निस्तारण की गुणवत्ता की पुष्टि स्थलीय निरीक्षण कर लें. इसके साथ ही शिकायतकर्ता से दूरभाष पर बात कर भी निस्तारण की गुणवत्ता की जांच कराने के निर्देश दिए. निस्तारण गुणवत्तापरक न मिलने पर गलत आख्या देने वाले संबंधित अधिकारियों/कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
रिपोर्ट-मुहम्मद साजिद, बरेली