Coronavirus से बचाव के लिए ग्राम व पंचायत स्तर पर समिति बनी, टाउनहॉल, होटल को बना सकते हैं आइसोलेशन वार्ड
पाकुड़ : वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना वायरस के खतरे से निबटने के लिए पाकुड़ जिला प्रशासन ने एक पहल की है. जिला में ग्राम व पंचायत स्तर पर समिति का गठन किया गया है. कहा जा रहा है कि टाउनहॉल और शहर के कुछ होटलों को आइसोलेशन या कोरेंटाइन वार्ड के रूप में तब्दील किया जा सकता है.
रमेश भगत
पाकुड़ : वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना वायरस के खतरे से निबटने के लिए पाकुड़ जिला प्रशासन ने एक पहल की है. जिला में ग्राम व पंचायत स्तर पर समिति का गठन किया गया है. कहा जा रहा है कि टाउनहॉल और शहर के कुछ होटलों को आइसोलेशन या कोरेंटाइन वार्ड के रूप में तब्दील किया जा सकता है.
झारखंड मुक्ति मोर्चा ने ट्विटर पर जिला प्रशासन को सलाह दी है कि शहर के होटल, टाउनहॉल, खाली पड़े सरकारी भवन सहित अन्य भवनों को आइसोलेशन वार्ड या कोरेंटाइन रूम के रूप में विकसित किया जाना चाहिए. इस संबंध में ‘प्रभात खबर’ के संवाददाता ने पाकुड़ के उपायुक्त कुलदीप चौधरी से बात की, तो उन्होंने कहा कि प्रशासन इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए कई कदम उठा रहा है.
उपायुक्त ने कहा कि वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना वायरस से बचाव के लिए जिला प्रशासन कदम उठा रहा है. जिले में कोरोना संक्रमित एक भी मरीज अब तक सामने नहीं आया है. बावजूद इसके, जिला प्रशासन ने कोरोना से बचाव के लिए व्यापक पैमाने पर कार्य योजना तैयार की है.
कोरोना वायरस को लेकर सबसे पहले यह समझने की जरूरत है कि आइसोलेशन वार्ड और कोरेंटाइन करना दो अलग-अलग चीजें हैं. आइसोलेशन वार्ड में सिर्फ उन्हें ही रखा जायेगा, जो कोरोना संक्रमण के मरीज होंगे. सिर्फ उन्हीं लोगों को कोरेंटाइन किया जायेगा, जिन पर कोरोना वायरस के संक्रमण का संदेह होगा या कोरोना से जुड़े लक्षण पाये जायेंगे.
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन प्लान ए, प्लान बी, प्लस सी के तहत कार्ययोजना तैयार कर चुका है. इसमें पहले फेज में यदि जिले में 100 लोगों पर कोरोना का संदेह होगा, तो उन्हें आइसोलेट करने या कोरेंटाइन करने के लिए अस्पताल, टाउन हॉल, नवनिर्मित प्रखंड सह अंचल भवन के कुछ कमरे, खाली पड़े नवनिर्मित सरकारी भवन में लोगों को रखा जायेगा.
यदि समस्या इससे ज्यादा बढ़ती है, तो वैसी स्थिति में होटल, धर्मशाला भवन सहित अन्य खाली पड़े भवनों का इस्तेमाल किया जायेगा. उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने ही नहीं दिया जाये. इसके लिए ग्राम स्तर व पंचायत स्तर पर समिति का निर्माण किया गया है.
यह समिति गांव में कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों की पहचान करेगी और इसकी सूचना जिला मुख्यालय को देगी, ताकि संदिग्ध मरीज को जांच के लिए कोरेंटाइन किया जा सके. उन्होंने यह भी बताया कि जिला प्रशासन ने कोरोना वायरस को लेकर एक हेल्पलाइन नंबर (06435-222065) जारी किया है. आम लोग इस नंबर पर फोन करके इस वायरस से जुड़ी तमाम जानकारी ले सकते हैं.