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Common Man Issues: एकमात्र डॉक्टर के भरोसे गिरिडीह के गावां ब्लॉक के लाखों की आबादी, कैसे होगा इलाज

गिरिडीह का गावां प्रखंड जहां 17 पंचायत में मात्र एक डॉक्टर हैं. डॉक्टर की कमी के कारण लोगों को इलाज के लिए दर-दर भटकना पड़ता है, लेकिन इस गंभीर समस्या की ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है.

Common Man Issues: गिरिडीह जिला अंतर्गत गावां प्रखंड में चिकित्सा व्यवस्था की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है. फिलहाल प्रखंड में एक CHC (Community Health Center) और दो PHC (Primary Health Center) एवं स्वास्थ्य उपकेंद्रों (Health Sub Centers) की संख्या 11 है. यहां के CHC में नियमानुसार महिला चिकित्सक समेत पांच चिकित्सकों के पद सृजित हैं, पर बेहतर साज-सज्जा के लिए कायाकल्प अवार्ड से सम्मानित यह केंद्र मात्र एक चिकित्सक के ही भरोसे संचालित है.

अतिरिक्त प्रभार में चल रहा है केंद्र

प्रखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इस समय अतिरिक्त प्रभार में चल रहा है. यहां इस समय तिसरी में पदस्थापित चिकित्सक डॉ चंद्रमोहन कुमार को प्रखंड चिकित्सा प्रसार पदाधिकारी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है. उनका अधिकांश समय विभागीय कार्यों, बैठकों एवं अन्य कार्यों में ही व्यतीत हो जाता है. अब हाल यह है कि यहां पदस्थापित दो आयुष चिकित्सकों को स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए लगाया गया है. इन चिकित्सकों को केंद्र से बाहर विद्यालयों, कस्तूरबा विद्यालय, आंगनबाड़ी केंद्रों आदि में जाकर इलाज करना है. यह काम इस समय नहीं के बराबर हो पा रहा है.

बंद पड़े हैं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र

प्रखंड स्थित पीएचसी पिहरा के भवन का निर्माण लगभग पांच-छह साल पूर्व शुरू हुआ था, पर अबतक पूर्ण नहीं हो पाया है. केंद्र संचालन के लिए किराये का भवन लिया गया है, पर इसमें वर्षों से ताला लटका है. इसी प्रकार माल्डा में तीन साल पहले करीब एक करोड़ से अधिक की लागत से पीएचसी का निर्माण करवाया गया था. यह भी अब तक चालू नहीं करवाया जा सका है. केंद्र के मुख्य द्वार पर ताला लटका हुआ है. प्रखंड के स्वास्थ्य उपकेंद्रों की स्थिति भी ठीक नहीं है. इस समय प्रखंड के लोग इलाज के लिए निकटवर्ती शहरों पर निर्भर हैं. सक्षम लोग तो बाहर जाकर इलाज करवा लेते हैं, पर निर्धन लोग नीम-हकीम व झोला छाप कथित चिकित्सक के चक्कर में पड़ कर जान-माल का नुकसान हो रहा है.

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सुने लोगों की जुबानी

गावां जिप सदस्य पवन चौधरी ने कहा कि इस प्रखंड में चिकित्सा व्यवस्था लचर है. सुविधा के अभाव में बाहर ले जाने के दौरान मरीजों की मौत हो जाती है. स्थानीय सांसद-विधायक को पहल करनी चाहिए. वहीं, गावां की प्रमुख ललिता देवी कहती हैं कि यहां चिकित्सकों की नियुक्ति को लेकर कई बार जिला की बैठक में प्रस्ताव भेजा गया. विभाग से मौखिक एवं लिखित आग्रह भी किया गया है, पर कोई पहल नहीं हो पायी है. 

17 पंचायत में एकमात्र चिकित्सक

वहीं, पूर्व जिप सदस्य इमरान अंसारी का कहना है कि 17 पंचायतों के प्रखंड में सिर्फ एक चिकित्सक का होना चिंताजनक है. स्वास्थ्य केंद्रों में ताला लटका है. प्रखंड में हस्ताक्षर अभियान चलाकर सरकार को मामले से अवगत कराया जायेगा. विधायक प्रतिनिधि मुन्ना सिंह ने कहा कि गावां का स्वास्थ्य तंत्र काफी खराब है. चिकित्सक एवं कर्मियों के अभाव में इलाज करवाने में लोगों को काफी परेशानी होती है. विभाग मामले को संज्ञान में नहीं लेता है, तो आंदोलन किया जायेगा.

विभाग को लिखा गया है पत्र : डॉ चंद्रमोहन कुमार

इस संबंध में गांवा के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ चंद्रमोहन कुमार ने कहा कि चिकित्सकों की कमी को लेकर विभाग को पत्र लिखा गया है. सीमित कर्मियों के बाद भी बेहतर सेवा देने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है. कर्मियों के आते ही केंद्रों का संचालन सुचारु हो जायेगा. व्यवस्था में भी सुधार किया जायेगा.

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रिपोर्ट : विनोद पांडेय, गावां, गिरिडीह.

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