अब लोहरदगा के बच्चे भी बनेंगे डीसी, एसपी, प्रशासनिक अधिकारी करा रहे हैं तैयारी
लोहरदगा में गुरु के रूप में खुद डीसी डॉ बाघमारे प्रसाद कृष्ण, एसपी आर.रामकुमार ,एसडीएम अरविंद कुमार लाल, रजिस्ट्रार सुभाष दत्ता लोगों को पढ़ाते हैं. यहां पढ़ने वाले विद्यार्थी काफी उत्साहित होकर अपनी तैयारी करते हैं
लोहरदगा जिला के विद्याथी भी अब लोहरदगा में ही रहकर आइएस, आइपीएस, डीएसपी, बीडीओ, सीओ,इंजीनियर, डॉक्टर बनेंगे. इसके लिए लोहरदगा डीसी डॉ बाघमारे प्रसाद कृष्ण ने शहरी क्षेत्र के नदिया हिंदू स्कूल परिसर में स्थित विज्ञान भवन में निःशुल्क प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की जा रही है.
यहां गुरु के रूप में खुद डीसी डॉ बाघमारे प्रसाद कृष्ण, एसपी आर.रामकुमार ,एसडीएम अरविंद कुमार लाल, रजिस्ट्रार सुभाष दत्ता लोगों को पढ़ाते हैं. यहां पढ़ने वाले विद्यार्थी काफी उत्साहित होकर अपनी तैयारी करते हैं. जिला प्रशासन द्वारा विद्यार्थी को बेहतर भविष्य देने के उद्देश्य से नदिया हिंदू उच्च विद्यालय स्थित साइंस भवन में स्टडी सेंटर संचालित किया जा रहा है. स्टडी सेंटर में यूपीएससी, जेपीएससी, एसएससी, रेलवे सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षा की भी तैयारी करायी जाती है.
स्टडी सेंटर की सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यहां प्रशासनिक पदाधिकारी पहुंचते हैं और स्टडी में शामिल विद्यार्थियों को परीक्षा की तैयारी के टिप्स बताये जाते हैं. डीसी वाघमारे प्रसाद कृष्ण, एसडीओ अरविंद कुमार लाल, रजिस्ट्रार सुभाष दत्ता सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी यहां पहुंचते हैं और विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हैं. स्टडी सेंटर में वर्तमान समय में लगभग 85 विद्यार्थी रोजाना पहुंचते हैं. इनके लिए स्टडी सेंटर प्रातः नौ बजे से खोल दी जाती है, जो लगातार रात्रि नौ बजे तक खुली रहती है.
यूपीएससी, जेपीएससी, आइआइटी व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा कराया जाता है. स्टडी सेंटर में फिजिक्स, मैथ, केमिस्ट्री, बायोलॉजी की पढ़ाई के लिए प्रशासन ने चार शिक्षक भी नियुक्त किये गये हैं. यहां बेहतर लाइब्रेरी की सुविधा है. प्रशासन द्वारा प्रतिनियुक्त शिक्षक नित्यानंद कुमार मैथ, दीक्षा वर्मा बायोलॉजी, दशरथ प्रजापति केमिस्ट्री, मुफीद आलम द्वारा फिजिक्स का क्लास लिया जाता है. इस सेंटर में 70 विद्यार्थी जेपीएसी की तैयारी में लगे हुए हैं. प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए यहां तमाम पुस्तकें उपलब्ध है.
लाइब्रेरी के केयरटेकर देवेंद्र कुमार ने बताया कि यह स्टडी सेंटर झारखंड का पहला सेंटर है. जहां आइएएस, आइपीएस एवं जेपीएससी की पढ़ाई के लिए अधिकारी पहुंचते हैं और विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हैं. स्टडी सेंटर में वाइफाइ की सुविधा करायी गयी है. बिजली नहीं रहने पर इनवर्टर की व्यवस्था भी की गयी है.
विद्यार्थियों को स्टडी में किसी तरह का व्यवधान ना हो, इसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्था की गयी है. स्टडी सेंटर के पुस्तकालय में 584 प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए किताबें उपलब्ध है. यह सारी सुविधाएं नि:शुल्क है. लाइब्रेरियन बृज मोहन प्रसाद ने बताया कि यहां सिर्फ शहरी क्षेत्र के विद्यार्थी नहीं, बल्कि ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थी भी पहुंचते हैं. घाघरा, नागजुआ, अकाशी के विद्यार्थी रेलवे समय के अनुसार पहुंचते हैं. अपनी पढ़ाई करने के बाद वापस ट्रेन से अपने घर वापस लौटते हैं.
स्टडी सेंटर में छात्राओं की संख्या आधे से अधिक है. लाइब्रेरियन बृज मोहन प्रसाद ने बताया कि स्टडी सेंटर के बेहतर संचालन के लिए एसडीओ अरविंद कुमार लाल लगातार इसकी निगरानी करते हैं. उन्होंने बताया कि आवश्यक बैठक ना हो तो डीसी, एसडीओ एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारी अवश्य स्टडी सेंटर में पहुंचते हैं और विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हैं.
यहां पढ़ने वाले लगभग सभी विद्यार्थियों का नाम प्रशासनिक अधिकारियों को याद है और सभी को नाम लेकर भी संबोधित किया जाता है. इसका सकारात्मक प्रभाव इन विद्यार्थियों पर पड़ता है.लोहरदगा से बड़ी संख्या में विद्याथी रांची, कोटा, दिल्ली कोचिंग के लिए जाते हैं और यहां से लाखों रुपये प्रति वर्ष अभिभावकों का खर्च होता है. लेकिन अब यहां स्टडी सेंटर में निःशुल्क पढ़ाई की व्यवस्था की गयी है, तो इसका लाभ लोग उठा रहे हैं. अभिभावकों में भी खुशी है. बच्चों का कहना है कि इनके सामने कोटा व दिल्ली भी फेल है.
बच्चों में दिख रहा भविष्य : डीसी
डीसी डा.बाघमारे प्रसाद कृष्ण ने बताया कि जब मैं लोहरदगा मे आया तो मालूम हुआ कि विज्ञान भवन में लाइब्रेरी चलती है. मैं वहां गया विद्यार्थियों से मिला और मैं उनकी ललक देखकर उन्हें गाइड करने लगा.मैंने देखा कि इन बच्चों में कुछ करने का जज्बा है. मैं उन्हें वक्त देने लगा.उनके लिए टिचिंग लर्निंग मैटैरियल उपलब्ध कराया और अब हमारे अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी यहां विद्यार्थियों को गाइड कर रहे हैं. मैं इन बच्चों में उनका उज्जवल भविष्य देख रहा हूं और मुझे आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि यहां के बच्चे भी डीसी, एसपी या और ऊंचे पदों पर जायेंगे.