Munger: एल्बेंडाजोल टेबलेट खानेवाली छात्रा की हालत 24 घंटे बीतने के बावजूद चिंताजनक, मुंगेर रेफर
Munger: जिले के बरियारपुर प्रखंड के घोरघट स्थित शाह जुबेर मध्य विद्यालय की छात्रा की तबीयत एल्बेंडाजोल टेबलेट खाने के 24 घंटे बाद भी चिंताजनक बनी हुई है. उसे मुंगेर रेफर किया गया है.
Munger: जिले के बरियारपुर प्रखंड के घोरघट स्थित शाह जुबेर मध्य विद्यालय में पेट की कृमि मारने के लिए शुक्रवार को खिलायी गयी एल्बेंडाजोल टेबलेट से कक्षा छह में पढ़नेवाली छात्रा अंकु कुमारी की हालत 24 घंटे बाद भी चिंताजनक बनी हुई है. उसे बेहतर इलाज के लिए मुंगेर रेफर कर दिया गया है.
शनिवार की सुबह रेफर किया गया मुंगेर
बच्ची का प्राथमिक उपचार करने के बाद शुक्रवार को दिन में घर भेज दिया गया था. लेकिन, शुक्रवार की रात करीब 10 बजे बच्ची की स्थिति बिगड़ने लगी. तबीयत खराब होने पर अभिभावक बच्ची को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बरियारपुर ले आये. रात भर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में रहने के बाद शनिवार की सुबह करीब नौ बजे बेहतर इलाज के लिए मुंगेर रेफर कर दिया गया.
बच्ची को डिहाइड्रेशन हुआ, सांस लेने में भी परेशानी : चिकित्सक
चिकित्सा प्रभारी डॉक्टर अनिल कुमार सिन्हा ने बताया कि बच्ची को डिहाइड्रेशन हो गया है. साथ ही सांस लेने में परेशानी हो रही है. उसे बेहतर इलाज के लिए मुंगेर भेजा गया है. मालूम हो कि कक्षा एक से लेकर कक्षा आठ तक के करीब 300 बच्चों को शुक्रवार को एल्बेंडाजोल टेबलेट खिलायी गयी थी.
दोबारा तबीयत खराब होने पर बरियारपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया
एल्बेंडाजोल टेबलेट खाने के बाद करीब पांच दर्जन बच्चों की हालत चिंताजनक हो गयी थी. इनमें सभी बच्चों का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बरियारपुर में उपचार किया गया और सभी बच्चों को वापस घर भेज दिया गया. इसके बाद शुक्रवार की देर रात अंकु कुमारी की तबीयत खराब होने पर बरियारपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां से उसे मुंगेर रेफर कर दिया गया.
एल्बेंडाजोल टैबलेट खिलाने से डर रहे अभिभावक
एल्बेंडाजोल टेबलेट खाने से बच्चों की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए अब कोई भी अभिभावक अपने बच्चों को विद्यालय में एल्बेंडाजोल टेबलेट खिलाने से डर रहे हैं. अभिभावकों का कहना है कि एक-दो बच्चे की अगर स्थिति बिगड़ती, तो कोई बात नहीं, परंतु इतने ज्यादा बच्चों का स्थिति बिगड़ना टेबलेट की गुणवत्ता पर संदेह पैदा करता है. इसकी जांच आवश्यक है.