बरेली के प्रेमवती हत्याकांड पर कांग्रेस ने ट्वीट कर योगी सरकार पर बोला हमला, जानें पूरा मामला
बरेली में एक महिला का शव गांव के पास एक गन्ने के खेत में मिला था. पुलिस इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कर जांच कर रही है. मगर, घटना का खुलासा अभी तक नहीं कर पाई है. वहीं, यूपी कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से प्रेमवती हत्याकांड को लेकर ट्वीट कर सुरक्षा व्यवस्था पर निशाना साधा गया है.
Bareilly : उत्तर प्रदेश के बरेली के शाही थाना क्षेत्र आनंदपुर गांव निवासी नत्थू लाल की पत्नी प्रेमवती (50 वर्ष) का शव शुक्रवार को गांव के पास एक गन्ने के खेत में मिला था. पुलिस इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कर जांच कर रही है. मगर, घटना का खुलासा होने से पहले शनिवार को यूपी कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से प्रेमवती हत्याकांड को लेकर ट्वीट किया गया है.
यूपी कांग्रेस के ट्वीट में भाजपा की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला बोला गया है. इसमें लिखा गया है कि अमृत काल की विशेषता हो गई है, यहां हर रोज किसी न किसी शहर में बेटी या महिला की हत्या की जाती है. इस ट्वीट पर यूजर के लगातार कमेंट्स आ रहे हैं.
ट्वीट के बाद कमेंट्स की लगी लंबी लाइन
यूपी कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से कहा गया कि गन्ने के खेत में एक महिला का शव बरामद हुआ है. यहां गला दबाकर हत्या करने की आशंका जताई जा रही है. हमेशा की तरह इस बार भी पुलिस को हत्यारे का कोई पता नहीं. भाजपा सरकार के इस अमृतकाल की विशेषता हो गई है कि यहां हर रोज किसी न किसी शहर में बेटी या महिला की हत्या हो जाती है. इस ट्वीट के बाद कमेंट्स करने वालों की लंबी लाइन लग गई है. कोई यूपी में जंगलराज बता रहा है, तो कुछ यूजर सरकार के पक्ष में भी है.
यह है मामला
शाही थाना क्षेत्र के आनंदपुर गांव निवासी प्रेमवती (50 वर्ष) गुरुवार शाम अपने घर से खेत पर चारा लेने गई थीं, लेकिन वह घर नहीं लौटी. परिजनों ने काफी तलाश किया गया. मगर, वह नहीं मिली. घर से लापता प्रेमवती का शुक्रवार सुबह गांव से कुछ दूरी पर ग्राम प्रधान चरण सिंह के गन्ने के खेत में शव पड़ा मिला. महिला का शव अस्तव्यस्त हालत में था. परिजनों ने पास के ही एक ईंट भट्ठा मालिक पर रंजिश में प्रेमवती की हत्या की आशंका जताई थी. पोस्टमार्टम में गला दबाकर हत्या करने का खुलासा हुआ. इसके बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन इस हत्याकांड के बाद कांग्रेस ने भाजपा की योगी सरकार को आड़े हाथों लिया है.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली