Loading election data...

ममता बनर्जी की दिल्ली यात्रा से पहले तृणमूल के करीब आयी कांग्रेस, दीदी के भाईपो की जासूसी पर केंद्र को लताड़ा

ममता बनर्जी के भतीजे और डायमंड हार्बर के लोकसभा सांसद अभिषेक बनर्जी की नरेंद्र मोदी सरकार ने जासूसी करवायी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 25, 2021 4:11 PM

कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस (All India Trinamool Congress) सुप्रीमो ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की दिल्ली यात्रा से पहले कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के भतीजे की कथित जासूसी के मुद्दे पर केंद्र सरकार को लताड़ लगायी है. पेगासस मुद्दे (Pegasus Snooping) पर कांग्रेस (Congress) पार्टी के ट्वीट पर ममता बनर्जी की पार्टी के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कांग्रेस के इस विचार पर अपनी प्रतिक्रिया भी दी है. उन्होंने लिखा- खेला होबे (Khela Hobe).

रविवार को कांग्रेस की ओर से एक ट्वीट किया गया, जिसमें आरोप लगाया गया है कि ममता बनर्जी के भतीजे और डायमंड हार्बर के लोकसभा सांसद अभिषेक बनर्जी की नरेंद्र मोदी सरकार ने जासूसी करवायी. इस ट्वीट में कहा गया है कि अपने दुश्मन को करीब रखो वाली कहावत को मोदी सरकार ने ज्यादा ही गंभीरता से ले लिया. इस पर डेरेक ने बंगाल चुनाव के सबसे लोकप्रिय स्लोन खेला होबे लिखा.

तृणमूल कांग्रेस का आरोप है कि पश्चिम बंगाल चुनावों में बुरी तरह हार चुकी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केंद्र सरकार ने ममता बनर्जी की जीत की पटकथा लिखने वाले अभिषेक बनर्जी और प्रशांत किशोर के फोन की टैपिंग करवायी. इतना ही नहीं, अभिषेक के पर्सनल सेक्रेटरी का फोन भी टैप किया गया है. पेगासस के मुद्दे पर लोकसभा और राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ.

Also Read: 26 को दिल्ली जायेंगी ममता बनर्जी, 27 को पीएम मोदी, 28 को बंग भवन में विपक्षी दलों के नेताओं से मिलेंगी

तृणमूल कांग्रेस का मानना है कि बंगाल भाजपा के निशाने पर था. यही वजह है कि टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी और तृणमूल के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को टार्गेट किया गया. विपक्षी एकता की कोशिश के लिए ममता बनर्जी की दिल्ली यात्रा से ठीक पहले ट्विटर पर संवाद के इस आदान-प्रदान से माना जा रहा है कि मोदी सरकार के खिलाफ नया गठबंधन बनने जा रहा है.

मोदी सरकार में असुरक्षा की भावना अंतहीन- कांग्रेस

कांग्रेस ने अभिषेक बनर्जी की तस्वीर के साथ एक ग्राफिक्स शेयर किया है. उसमें लिखा है- आप क्रोनोलॉजी को समझिये. पेगासस स्पाईवेयर का टार्गेट कौन था- अभिषेक बनर्जी. ममता बनर्जी के भतीजे. कब – 2021 में, क्यों- पश्चिम बंगाल चुनाव. इसके बाद कहा गया है कि मोदी सरकार में असुरक्षा की भावना अंतहीन है.

ममता बनर्जी वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए विरोधी दलों को एकजुट करने के उद्देश्य से ही दिल्ली जा रही हैं. दिल्ली में सोनिया गांधी, शरद पवार जैसे दिग्गज नेताओं से मिलेंगी, तो आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव समेत कई दलों के नेताओं से उनकी होगी. ममता बनर्जी चाहती हैं कि समान विचारधारा वाले दलों का एक गठबंधन बने, जो नरेंद्र मोदी को चुनौती दे सके.

Also Read: बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी लड़ेंगी राज्यसभा चुनाव!
जितना समय बर्बाद करेंगे, स्थिति उतनी ही बिगड़ेगी- ममता

ममता बनर्जी ने 1993 में बंगाल पुलिस की फायरिंग में 13 युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की मौत की याद में 21 जुलाई को आयोजित शहीद दिवस समारोह में विरोधी दलों से अपील की थी कि 2024 के चुनाव की तैयारी अभी से करनी होगी. दीदी ने कहा था कि मरीज की मौत के बाद अगर डॉक्टर बुलायेंगे, तो वह कुछ भी नहीं कर पायेगा. मरीज की जिंदगी तभी बचेगी, जब समय पर उसका इलाज कराया जाये. आ जितना समय बर्बाद करेंगे, स्थिति उतनी ही बिगड़ती जायेगी.

Posted By: Mithilesh Jha

Next Article

Exit mobile version