कांग्रेस नेता अजय राय के खिलाफ कल फूलपुर थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है. उनके खिलाफ राजद्रोह आचार संहिता का उल्लंघन सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है. इस मामले में आज पिण्डरा विधानसभा उम्मीदवार और पूर्व विधायक अजय राय ने आज प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि मेरे विरुद्ध निराधार, भ्रमात्मक और झूठे आरोप प्रशासन की ओर से कायम किया गया है.
उन्होंने कहा कि मुकदमा चुनावी हार के अंदेशे से डरे सत्ता दल के दबाव में राजनीतिक विद्वेषवश राजनीतिक धौंस बनाने की कार्रवाई है. पहले की सरकार ने मेरे ऊपर ऐसे ही मुकदमे दर्ज कराया था, लेकिन अदालत में और जनता के अदालत में खारिज हो गए, इस बार भी दोनों अदालतों में खारिज होगा. जिला प्रशासन जो भी कार्रवाई करे, मेरी ओर से स्वागत और सहयोग होगा, क्योंकि मैंने न कुछ गलत किया और न कहा है. अजय राय ने कहा कि मुझे विश्वास भी है कि मेरे ऊपर लगाए गए आरोप कानून एवं जनता की अदालत में नहीं टिकेंगे.
अजय राय ने बताया कि मेरे खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमे में आरोप है कि मैंने 7 मार्च को पीएम मोदी और सीएम योगी को ‘खन कर गाड़ देने’ की बात कही. मैं सभी के लिए निजी तौर पर सम्मान रखता हूं और किसी को शारीरिक रूप से गाड़ने की बात मैंने नहीं की. गांव की चौपाल में महिलाओं ने नहीं गलने वाले शीशा, कंकड़, खराब नमक पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ की फोटो लगे पैकेट में सरकारी गल्ले की दुकान से दिए जाने की शिकायत मिल रही थी. जनता की ओर से उस पर मैंने कहा था कि उनकी फोटो सहित उस नमक को सात तारीख को जमींदोज कर देना, खनकर गाड़ देना. मतदान की 7 तारीख के उल्लेख के साथ कही गई बात धमकी नहीं, वोट की ताकत से जबाब देने की कहावत का कथन मात्र था. किसी प्रकार को दुर्भावना की मंशा होती तो मतदान तिथि का उल्लेख नहीं करता.
पिंडरा विधानसभा में सभी गांवों में सरकार की ओर से दिए जा रहे नमक की शिकायत ग्रामीणों ने की और मैंने वोट की ताकत से जबाब देने की बात कही है. बड़े-बड़े तीखे बोल के अभ्यस्त बीजेपी नेता सत्ता की धौंस में मुकदमे कराकर गैर राजनीतिक दबाव बनाने की कोशिशों से बाज आयें. इससे मैं डरता नहीं हूं और जन हित के सरोकारों को उठाता ही रहूंगा. मुकदमा कायम कराकर अनभिज्ञ शेष समाज को भी यह संज्ञान करा दिया गया कि जनता को प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के चित्र लगे पैकेट में कैसा घातक नमक आम जनता को खिलाया जा रहा है.
रिपोर्ट- विपिन सिंह, वाराणसी