Kanpur Fire Case: कानपुर देहात अग्निकांड मामला अब सियासी तूल पकड़ लिया है. सभी राजनेता और राजनीतिक पार्टियां भाजपा सरकार को घेर रही हैं. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, यूपी सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया है. अखिलेश यादव ने अपने ट्वीट में भाजपा सरकार को अहंकारी बताया है. दूसरी ओर राहुल गांधी ने तानाशाही कहा है.
दरअसल, सोमवार देर शाम कानपुर देहात जनपद में जमीन से कब्जा हटाने के दौरान मां-बेटी जिंदा जल गए. घटना उस वक्त हुई, जब मैथा तहसील क्षेत्र के मड़ौली पंचायत के चालहा गांव में पुलिस और प्रशासन की टीम ग्राम समाज की जमीन से कब्जा हटाने पहुंची. घटना से आक्रोशित लोगों ने जमकर हंगामा किया और टीम को खदेड़ दिया.
लोगों की नाराजगी देख पुलिस और प्रशासन की टीम ने वहां से भागकर अपनी जान बचाई. वहीं मामले में कार्रवाई की मांग पर अड़े आक्रोशित लोग मां-बेटी के शव नहीं उठने दे रहे थे. जिसके बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी लेखपाल अशोक सिंह को गिरफ्तार कर लिया. पूरे मामले में 11 नामजद समेत 24 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई. मुकदमा दर्ज होने के बाद से सभी नामजद अफसर और पुलिसकर्मी फरार हैं. डिप्टी सीएम बृजेश पाठक से वीडियो कॉल पर बात करने के बाद परिवार शवों के अंतिम संस्कार के लिए राजी हो गया है. जिसको लेकर अखिलेश यादव और राहुल गांधी ने ट्वीट कर सरकार पर तंज कसा है.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा है, सत्ता के अहंकार की अग्नि ने एक परिवार को भस्म कर दिया. कानपुर नगर या कानपुर देहात ही नहीं पूरा उप्र भाजपा सरकार के अन्याय का शिकार हो रहा है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 14, 2023
सत्ता के अहंकार की अग्नि ने एक परिवार को भस्म कर दिया। कानपुर नगर या कानपुर देहात ही नहीं पूरा उप्र भाजपा सरकार के अन्याय का शिकार हो रहा है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 14, 2023
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा है जब सत्ता का घमंड लोगों के जीने का अधिकार छीन ले, उसे तानाशाही कहते हैं. कानपुर की घटना से मन विचलित है. ये ‘बुलडोज़र नीति’ इस सरकार की क्रूरता का चेहरा बन गई है. भारत को ये स्वीकार नहीं.
Also Read: कानपुर देहात: जमीन से कब्जा हटाने के दौरान मां-बेटी जिंदा जले, प्रशासन-पुलिस टीम के सामने हुआ हादसा, लगे आरोपजब सत्ता का घमंड लोगों के जीने का अधिकार छीन ले, उसे तानाशाही कहते हैं। कानपुर की घटना से मन विचलित है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 14, 2023
ये ‘बुलडोज़र नीति’ इस सरकार की क्रूरता का चेहरा बन गई है। भारत को ये स्वीकार नहीं।
बताते चलें कि सोमवार को एसडीएम मैथा और रुरा थाना प्रभारी मड़ौली गांव पहुंच गए और झोपड़ी के बाहर बने मंदिर और चबूतरे को ढहा दिया, नल भी उखाड़ दिया गया. इसके बाद टीम छप्पर गिराया जाने लगा. बताया जा रहा है कि इससे नाराज कृष्ण गोपाल की पत्नी प्रमिला चीखती भी झोपड़ी में घुसी और दरवाजा अंदर से बंद कर लिया. कुछ देर में दरवाजा खोला तो झोपड़ी में आग लग चुकी थी. चीख पुकार के बीच जेसीबी से छप्पर हटाने की कोशिश में प्रमिला और उसकी बेटी पर ही गिर गया, जिससे 45 वर्षीय प्रमिला दीक्षित और उसकी 22 वर्षीय बेटी की जिंदा जलकर मौत हो गई.