कांग्रेस-वामो गठबंधन ने भरतपुर की लड़ाई को बनाया रोचक, उठापटक की लड़ाई में कौन मारेगा बाजी?
पश्चिम बंगाल में मुर्शिदाबाद जिले की भरतपुर विधानसभा सीट पर इस बार रोमांचक मुकाबला देखने को मिल सकता है. इस सीट से रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) 10 बार विजयी रही है. वर्ष 1977 से 2011 तक आरएसपी अजेय रही. लेकिन, 2016 में कांग्रेस ने तृणमूल कांग्रेस को हराकर जीत दर्ज की थी. उस बार आरएसपी तीसरे स्थान पर खिसक गयी थी.
कोलकाता : पश्चिम बंगाल में मुर्शिदाबाद जिले की भरतपुर विधानसभा सीट पर इस बार रोमांचक मुकाबला देखने को मिल सकता है. इस सीट से रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) 10 बार विजयी रही है. वर्ष 1977 से 2011 तक आरएसपी अजेय रही. लेकिन, 2016 में कांग्रेस ने तृणमूल कांग्रेस को हराकर जीत दर्ज की थी. उस बार आरएसपी तीसरे स्थान पर खिसक गयी थी.
वर्ष 2011 और वर्ष 2006 में आरएसपी ने कांग्रेस के उम्मीदवार को यहां पर पटखनी दी थी. वर्ष 2016 और वर्ष 2011 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) चौथे स्थान पर रही थी. हालांकि, इस बार कांग्रेस और वाममोर्चा गठबंधन में आरएसपी भी शामिल है. कांग्रेस-वाम मोर्चा-आइएसएफ गठबंधन, जिसे संयुक्त मोर्चा नाम दिया गया है, के समझौते में यह सीट कांग्रेस के खाते में चली गयी.
इसलिए आरएसपी के उम्मीदवार को यहां निराशा हाथ लगी. हालांकि, गठबंधन के सभी दल मिलकर दावा कर रहे हैं कि यहां जीत उनकी ही होगी. भरतपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने कमलेश चटर्जी को टिकट दिया है, तो ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने आइपीएस की नौकरी छोड़ राजनीति में आये हुमायूं कबीर को उतारा है. बीजेपी ने ईमान कल्याण को टिकट दिया है.
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तृणमूल कांग्रेस और भाजपा ने भी प्रचार अभियान में कोई कसर नहीं छोड़ी है. कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी खुद इस जिला में प्रचार करने के लिए आये थे. बंगाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी यहां काफी मेहनत कर रहे हैं. तृणमूल, भाजपा की सक्रियता से ऐसा लग रहा है कि इस बार भरतपुर विधानसभा सीट पर कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है.
29 अप्रैल को है भरतपुर में मतदान
भरतपुर में आठवें एवं अंतिम चरण में 29 अप्रैल को वोटिंग होगी. मुर्शिदाबाद की कुल 22 विधानसभा सीटों में से 11 सीट पर सातवें चरण में 26 अप्रैल को मतदान कराये जायेंगे, जबकि शेष 11 सीटों पर 29 अप्रैल को वोटिंग होगी. भरतपुर में 29 अप्रैल को मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे.
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ज्ञात हो कि इस बार बंगाल में 8 चरणों में चुनाव कराये जा रहे हैं. 6 चरण के चुनाव (27 मार्च, 1 अप्रैल, 6 अप्रैल, 10 अप्रैल, 17 अप्रैल, 22 अप्रैल) को संपन्न हो चुके हैं. शेष 2 चरणों के चुनाव 26 अप्रैल और 29 अप्रैल को कराये जायेंगे. इसके साथ ही 223 सीटों पर मतदान संपन्न हो चुका है. राज्य की सभी 294 विधानसभा सीटों की मतगणना एक साथ 2 मई को करायी जायेगी.
Posted By : Mithilesh Jha