कोलकाता : पश्चिम बंगाल चुनाव की घोषणा के बाद राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गयी है. राज्य स्तरीय नेताओं के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर के नेता का बंगाल दौरा बढ़ने लगा है. सबसे पहले कांग्रेस और वाम मोर्चा ने कोलकाता के ऐतिहासिक ब्रिगेड परेड ग्राउंड में शक्ति प्रदर्शन की तैयारी कर ली है.
रविवार (28 फरवरी, 2021) को कांग्रेस और लेफ्ट का संयुक्त शक्ति प्रदर्शन होगा. कहा जा रहा था कि इस रैली में दोनों दलों के बड़े नेता शामिल होंगे. सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के इस रैली में आने की बात थी. लेकिन, सूत्र बता रहे हैं कि गांधी परिवार से कोई ब्रिगेड रैली में नहीं आयेगा.
हालांकि, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश सिंह बघेल के रैली में शामिल होने की उम्मीद जतायी जा रही है. कांग्रेस और लेफ्ट के बीच सीटों के तालमेल पर आधिकारिक मुहर अब तक नहीं लगी है, लेकिन रैली में दोनों दलों के राज्य स्तर के शीर्ष नेता शामिल होंगे.
कांग्रेस और लेफ्ट की इस रैली में 10 लाख लोगों की भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा गया है. वाम मोर्चा के नेताओं का कहना है कि कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन की यह संयुक्त रैली ऐतिहासिक होगी. यह रैली इस बात का संदेश होगी कि लोग तृणमूल कांग्रेस की ममता बनर्जी सरकार से तंग आ चुके हैं. लोगों की आवाज बंगाल के जन-जन तक पहुंचेगी.
राज्य की 294 विधानसभा सीटों के लिए 27 मार्च से 29 अप्रैल तक 8 चरणों में चुनाव कराने की घोषणा हो चुकी है. चुनाव आयोग के 8 चरणों में चुनाव कराने के फैसले पर ममता बनर्जी बरसीं, तो माकपा नेता विमान बसु ने एक जिला में दो चरणों में चुनाव कराने के आयोग के फैसले पर आश्चर्य व्यक्त किया.
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Posted By : Mithilesh Jha