पुलिस और प्रशासन से नाराज झारखंड की इस कांग्रेस विधायक ने लौटा दिये बॉडीगार्ड
पुलिस और प्रशासन से नाराज झारखंड की एक कांग्रेस विधायक ने अपनी सुरक्षा लौटा दी है. रामगढ़ विधायक ममता देवी ने शुक्रवार की रात ही अपने तीनों बॉडीगार्ड को वापस लौटा दिया. जिला प्रशासन एवं राज्य सरकार को विधायक की ओर से लिखी गयी चिट्ठी के बाद हवलदार बनवारी राम, मिथिलेश तिवारी एवं मिथिलेश यादव अपना बोरिया-बिस्तर समेटकर मुख्यालय लौट गये.
गोला (शंकर पोद्दार) : जिला पुलिस और प्रशासन से नाराज झारखंड की एक कांग्रेस विधायक ने अपनी सुरक्षा लौटा दी है. रामगढ़ विधायक ममता देवी ने शुक्रवार की रात ही अपने तीनों बॉडीगार्ड को वापस लौटा दिया. जिला प्रशासन एवं राज्य सरकार को विधायक की ओर से लिखी गयी चिट्ठी के बाद हवलदार बनवारी राम, मिथिलेश तिवारी एवं मिथिलेश यादव अपना बोरिया-बिस्तर समेटकर मुख्यालय लौट गये.
विधायक ममता देवी ने बताया कि रामगढ़ विधानसभा शांतिप्रिय क्षेत्र है. इसलिए उन्हें बॉडीगार्ड की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा, ‘मैंने स्वेच्छा से अपने बॉडीगार्ड को वापस किया है. जब भी मुझे बॉडीगार्ड की जरूरत महसूस होगी, उन्हें वापस बुला लिया जायेगा.’ हालांकि, बताया जा रहा है कि जिला प्रशासन और पुलिस के साथ मतभेदों के चलते ही उन्होंने सुरक्षाकर्मियों को वापस किया है.
सूत्रों ने बताया कि पिछले कुछ माह से किसी बात पर विधायक का जिला प्रशासन के साथ मनमुटाव चल रहा है. 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर भी कार्यक्रम के बीच से ही विधायक उठकर चल गयीं थीं. विधायक ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाया था कि कोरोना वरियर्स को सम्मानित करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों का अपमान किया गया.
कहा जा रहा है कि बॉडीगार्ड लौटाकर लौटाकर विधायक ने जिला प्रशासन के प्रति अपनी नाराजगी का इजहार कर दिया है. उधर चर्चा है रामगढ़ विधानसभा के कई क्षेत्र उग्रवाद प्रभावित हैं. ऐसी स्थिति में बिना बॉडीगार्ड के ही विधायक का क्षेत्र में जाना चुनौतीपूर्ण होगा. चर्चा यह भी है कि विधायक ने सार्वजनिक कार्यक्रमों के दौरान स्कॉट पार्टी उपलब्ध कराने का आग्रह किया था, लेकिन इस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया.
इस संदर्भ में रामगढ़ के एसपी प्रभात कुमार से जब पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि विधायक ने बॉडीगार्ड को क्यों वापस किया है, इसका कोई कारण मुझे नहीं मालूम. उधर, सरकार में शामिल कांग्रेस विधायक की नहीं सुने जाने के बाद प्रशासनिक महकमे के खिलाफ नाराजगी खुलकर सामने आने लगी है.
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Posted By : Mithilesh Jha