West Bengal Election 2021: बंगाल की अस्मिता, संस्कृति और संस्कार को बचाने की लड़ाई, बोले कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद
West Bengal Election 2021: पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी जितिन प्रसाद ने कहा है कि वर्ष 2021 के बंगाल चुनाव में प्रदेश की अस्मिता, संस्कृति और संस्कार को बचाने की लड़ाई पार्टी लड़ेगी. उन्होंने कहा कि वाम मोर्चा के साथ गठबंधन में कांग्रेस पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ेगी. कहा कि पश्चिम बंगाल की अस्मिता, संस्कृति और संस्कार पर चोट करने की कोशिश की जा रही है.
कोलकाता (नवीन कुमार राय) : पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी जितिन प्रसाद ने कहा है कि वर्ष 2021 के बंगाल चुनाव में प्रदेश की अस्मिता, संस्कृति और संस्कार को बचाने की लड़ाई पार्टी लड़ेगी. उन्होंने कहा कि वाम मोर्चा के साथ गठबंधन में कांग्रेस पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ेगी. कहा कि पश्चिम बंगाल की अस्मिता, संस्कृति और संस्कार पर चोट करने की कोशिश की जा रही है.
इससे पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने ट्वीट बताया था कि कांग्रेस आलाकमान ने अगले साल होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में वाम मोर्चा के साथ गठबंधन करने के प्रस्ताव को गुरुवार को औपचारिक रूप से स्वीकृति प्रदान कर दी है.
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने इस पर खुशी जताते हुए कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को कहा कि वह अब पूरे दमखम के साथ वामपंथी कार्यकर्ताओं के साथ मैदान में उतरकर सांप्रदायिक भाजपा व भ्रष्टाचारी तृणमूल कांग्रेस को परास्त करें.
Also Read: VIDEO: बांग्ला संगीत मेला में मंच पर नाचीं बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, ट्विटर पर हुईं ट्रोल
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस आलाकमान ने पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में वामदलों के साथ गठबंधन को औपचारिक रूप से स्वीकृति प्रदान की. कांग्रेस के पश्चिम बंगाल प्रभारी जितिन प्रसाद ने कहा, ‘चुनाव में कांग्रेस इस गठबंधन में पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ेगी. यह चुनाव पश्चिम बंगाल की अस्मिता, संस्कृति और संस्कार को बचाने का है जिन पर चोट करने की कोशिश की जा रही है.’
श्री प्रसाद ने हाल ही में पश्चिम बंगाल का दौरा किया था और वहां प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं की राय लेकर नेतृत्व को इससे अवगत कराया था. इसके बाद नेतृत्व ने गठबंधन करने को हरी झंडी दी है. वर्ष 2016 के विधानसभा चुनाव में भी वामदल और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़े थे. लेकिन उस वक्त चुनाव में कुछ सीटों को लेकर गठबंधन पूरी तरह सफल नहीं हो पाया था.
इसका खामियाजा कांग्रेस व वाममोर्चा दोनों को उठाना पड़ा था. इसलिए दोनों ही पार्टी चाहती थी कि जिस तरह से वे संयुक्त आंदोलन कर रहे हैं, उसी वक्त अगर गठबंधन को आधिकारिक मंजूरी मिल जाती, तो सीटों का समझौता भी हो जाता और वे चुनाव की तैयारियों में भी उतर जाते. हाल ही में प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने आलाकमान को इस विचार से अवगत कराया था, जिसके बाद मंजूरी मिल गयी.
हालांकि कांग्रेस व वाममोर्चा केरल में एक-दूसरे मुख्य विरोधी हैं. इस पर युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शादाब खान ने कहा कि मौजूदा समय में वे पश्चिम बंगाल में हैं और यहां की राजनीति को आधार बनाकर इस गठबंधन को मंजूरी मिली है. लिहाजा, वे अब तैयारियों में जुट गये हैं. दोनों ही पार्टियों को उम्मीद है कि पश्चिम बंगाल चुनाव 2021 में गठबंधन बेहतर काम करेगा.
Posted By : Mithilesh Jha