Bareilly: उत्तर प्रदेश के बरेली में कांग्रेसियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उद्योगपति गौतम अदाणी को लेकर 9 सवाल पूछे हैं. उन्होंने देश जवाब चाहता है से जुड़े पत्र जनता को बांटे. इसके साथ ही केंद्र की भाजपा सरकार पर तमाम आरोप लगाए. देश के बड़े उद्योगपति गौतम अदाणी को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने लोकसभा में केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला था.
उन्होंने बजट सत्र के दौरान प्रधानमंत्री मोदी से कई सवाल किए. मगर, अगले दिन प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला, लेकिन सांसद राहुल गांधी के सवालों का जवाब नहीं दिया. इसके बाद कांग्रेस भी आक्रमक रुख में आ गई है. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे ने केंद्र सरकार से “देश जवाब चाहता है” के नाम से 9 सवाल पूछे हैं. यह पत्र सोशल मीडिया पर भी डाला गया है.
सोशल मीडिया पर युवा प्रधानमंत्री और गौतम अदाणी की दोस्ती पर सवाल उठा रहे हैं, तो वहीं कुछ यूजर भाजपा पर भी हमलावर हैं. कांग्रेस ने 9 सवालों से जुड़ा एक पत्र जनता के बीच बांटना शुरू कर दिया है. यह पत्र बरेली समेत अन्य जिलों में भी वितरण किया जा रहा है. बरेली के कांग्रेसियों ने बैठक कर पत्र बांटने शुरू कर दिए हैं.
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे ने “देश जवाब चाहता है” के माध्यम से पूछा है कि क्या अदाणी घोटाले की जांच नहीं होनी चाहिए ?, क्या एलआईसी का पैसा, जो अदाणी की कंपनियों में लगा है, उसकी गिरती कीमतों पर सवाल नहीं पूछना चाहिए ?, एसबीआई (SBI) बैंक द्वारा अदाणी को दिए गए 82000 करोड़ लोन के बारे में सवाल नहीं पूछा जाना चाहिए ?, क्या यह नहीं पूछना चाहिए कि अदाणी के शेयरों में 32% से ज्यादा गिरावट के बावजूद एलआईसी (LIC) और SBI का 525 करोड़ अदाणी पीएफओ (PFO) में क्यों लगाया गया, क्या यह नहीं पूछा जाना चाहिए कि LIC, और SBI के शेयरों की कीमत शेयर बाजार में 1 लाख करोड़ से ज्यादा क्यों गिर गई ?
क्या यह नहीं पूछा जाना चाहिए की टैक्स हैवंस (Tax Hevens) से अदाणी की कंपनियों में आने वाला हजारों करोड़ रुपया किसका है?”, “क्या मोदी जी ने अदाणी के एजेंट के तौर पर श्रीलंका और बांग्लादेश में ठेके दिलवाए ?, किस-किस और मुल्क में जाकर प्रधानमंत्री ने अदाणी की मदद की ?”, “क्या कारण है कि मोदी जी, और पूरी सरकार संसद में अदाणी शब्द भी नहीं बोलने देती ?”, क्या कारण है कि आरबीआई (RBI), सेबी (SEBI) ईडी (ED), एसएफआइओ (SFIO), कॉर्पोरेट अफेयर्स मिनिस्ट्री (corporate Affairs ministry), इनकम टैक्स (Income Tax) सीबीआई (CBI),सबको लकवा मार गया है, और वह अदाणी की जांच के नाम पर आंखें मूंदे बैठे हैं ?
सोशल मीडिया पर उद्योगपति गौतम अदाणी को लेकर जंग छिड़ी हुई है. यूजर विमलेश लिखते हैं कि 2014 से ही केंद्र सरकार “हम दो, हमारे दो” के पैटर्न पर काम कर रही हैं. केंद्र सरकार ने अदाणी को कुछ ही वर्षो में दुनिया का सबसे बड़ा उद्योगपति बना दिया. यह पैसा अदाणी का नहीं, देश का है, देश को बचाने के बजाय अदाणी को बढ़ाया जा रहा है.
उर्मिलेश ठाकुर ने लिखा है कि देश की जनता को अदाणी, मंहगाई, बेरोजगारी, और देश की बर्बादी से कोई मतलब नहीं. वह धर्म के नशे में मदमस्त है, तो वही ईशा भारती ने लिखा है यह तो झोला लेकर चले जाएंगे. मगर,देश के हाथ में कटोरा थमा जाएंगे. नीरेंद्र पुनिया ने लिखा बेतहाशा महंगाई से हर कोई परेशान है. 35 करोड़ लोग भूखे सो रहे हैं. मगर,सरकार अदाणी को दुनिया का सबसे बड़ा उद्योगपति बनाने में जुटे हैं.
विजय सागर ने लिखा है, यह सरकार अदाणी के लिए काम कर रही है. देश का युवा बेरोजगार है, यह सिर्फ लंबे- लंबे वादे कर सकते हैं. मगर, विकास नहीं. इसी तरह से तमाम यूजर भाजपा और प्रधानमंत्री पर तमाम आरोप लगा रहे हैं, तो वही कई यूजर प्रधानमंत्री और भाजपा के पक्ष में खड़े नजर आ रहे.
रिपोर्ट मुहम्मद साजिद, बरेली