मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान की तीखी आलोचना की, जिसमें शाह ने कहा था कि यदि भाजपा 2024 में होनेवाले लोकसभा चुनाव में 35 सीटें जीतती है, तो तृणमूल सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पायेगी. मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री के इस बयान को अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक करार दिया. ममता ने इस बयान के लिए गृह मंत्री अमित शाह से इस्तीफे की भी मांग की.
मुख्यमंत्री ने सोमवार को राज्य सचिवालय में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘ शुक्रवार को अमित शाह ने एक रैली को संबोधित किया. यह ठीक है. लेकिन देश के गृह मंत्री किसी राज्य की लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार को गिराने की बात कैसे कर सकते हैं? क्या देश का संविधान बदला जा रहा है? वह कभी भी इस तरह की टिप्पणी नहीं कर सकते हैं कि अगर भाजपा 35 लोकसभा सीटें जीतती है, तो राज्य सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पायेगी.’’
तृणमूल सुप्रीमो ने दावा किया कि अमित शाह की टिप्पणी साबित करती है कि राज्य सरकार को गिराने की साजिश रची जा रही है. गृह मंत्री को ‘गुंडे’ की तरह नहीं बोलना चाहिए. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सीबीआइ के समन का जिक्र करते हुए ममता बनर्जी ने कहा, ‘क्या वे यह संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि मुख्यमंत्री को बुलाकर पूछताछ की जा सकती है? यदि किसी मुख्यमंत्री से पूछताछ की जा सकती है, तो गृह मंत्री से पूछताछ क्यों नहीं की जा सकती है?’
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ममता बनर्जी ने विपक्षी दलों के नेताओं से 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा के खिलाफ एकजुट होने की अपील की. उन्होंने कहा कि देश में लोकतंत्र की रक्षा करने, संघीय ढांचे को बरकरार रखने, केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग को रोकने के लिए विपक्षी पार्टियों को एकजुट होना होगा. ममता ने दावा किया कि भाजपा अगले संसदीय चुनावों में सत्ता में नहीं लौटेगी. बंगाल में 35 तो क्या, पांच सीटें भी नहीं मिलेंगी.