रामगढ़ : झारखंड की राजधानी रांची से करीब 40 किलोमीटर दूर स्थित रामगढ़ जिला में एक आदिवासी महिला सब-इंस्पेक्टर से दुष्कर्म करने के आरोप में सिपाही को गिरफ्तार कर लिया गया है. महिला सब-इंस्पेक्टर और सिपाही दोनों जिला के मांडू थाना में पदस्थापित थे. आनन-फानन में मंगलवार (25 अगस्त, 2020) को आरोपी कांस्टेबल मेराज अंसारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. वहीं, एसपी ने मांडू के थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया है.
मांडू थाना के इस सिपाही पर आरोप है कि उसने अपने ही थाना में पदस्थापित महिला सब-इंस्पेक्टर से कई बार दुष्कर्म किया. रामगढ़ के पुलिस अधीक्षक (एसपी) प्रभात कुमार ने बताया कि मांडू पुलिस थाने की एक महिला उपनिरीक्षक की लिखित शिकायत पर उसी थाने में तैनात 28 वर्षीय सिपाही मेराज अंसारी को गिरफ्तार कर लिया गया.
मेराज अंसारी मांडू थाना में कंप्यूटर ऑपरेटर के तौर पर कार्यरत था. एसपी श्री कुमार ने बताया कि महिला उपनिरीक्षक ने पुलिस में मेराज अंसारी के खिलाफ लिखित शिकायत की और आरोप लगाया कि उसके साथ मेराज ने अनेक बार बलात्कार किया. शिकायत के अनुसार, उसने वादा किया था कि वह उससे शादी करेगा, लेकिन बाद में मुकर गया.
एसपी ने बताया कि महिला उपनिरीक्षक (सब-इंस्पेक्टर) अविवाहित है और यह वाकया उस समय का है, जब सिपाही मेराज अंसारी भी अविवाहित था. उन्होंने बताया कि शिकायत के अनुसार, मेराज ने महिला सब-इंस्पेक्टर को शादी करने का झांसा दिया और उसके साथ अनेक बार बलात्कार करने के बाद हाल में ही दूसरी महिला से विवाह कर लिया.
पीड़ित महिला दारोगा ने एससी-एसटी थाने में दर्ज प्राथमिकी में कहा है कि मांडू थाने में योगदान देने के बाद वह ऑपरेटर मेराज अंसारी के पास जाकर विभिन्न कांडों की ऑनलाइन इंट्री करना सीख रही थी. एक दिन उसने इंट्री सिखाने के नाम पर उसे रात में अपने कमरे में बुलाया. यहीं उसके साथ शारीरिक संबंध बना लिया. इसके बाद उसे शादी का प्रलोभन देकर लगातार उसका यौन शोषण करता रहा.
इसी बीच, उसका तबादला रामगढ़ थाना में हो गया. फिर वह अपने पैतृक गांव गया और वहां जाकर किसी और से शादी कर ली. महिला सब इंस्पेक्टर ने कहा है कि 6 महीने के दौरान जब वह गर्भवती हो गयी, तो उसका जबरन गर्भपात भी करा दिया. इसके बाद सिपाही ने उससे शादी करने से साफ इन्कार कर दिया.
महिला सब इंस्पेक्टर ने बताया कि जब उसे इस बात का पता चला, तो उसने रामगढ़ महिला थाना में लिखित शिकायत दर्ज करवायी. मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने मेराज अंसारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. मामला पुलिस का होने की वजह से पुलिस ने मीडियाकर्मियों को आरोपी का फोटो नहीं लेने दिया. स्थानीय पुलिस मामले की जानकारी देने से भी बचती रही, लेकिन बाद में एसपी ने प्रेस को पूरी डिटेल जानकारी दी.
Posted By : Mithilesh Jha