यूपीः कानपुर के चकेरी स्थित चाणक्यपुरी और अहिरवां के बाद मिशनरीज ने रावतपुर थाना क्षेत्र के रामलला मंदिर के पास बसे थारू समाज को भी निशाना बनाया. बच्चे की शादी में आकर धूमधाम से मनाने का झांसा देकर लोगों का धर्मांतरण किया गया. बस्ती में कुल 25 परिवार रहते हैं. हर परिवार में 25 से 30 सदस्य हैं. 16 दिन पहले यहां की महिला केश कली समेत कई महिलाओं का धर्मांतरण किया गया.
इस प्रकरण में हैरान कर देने वाली बात यह है कि थारू समाज के सीनियर सिटीजन को अच्छा इलाज, नौजवानों और महिलाओं को नौकरी का झांसा दिया गया. इन सभी लोगों की मेंटरशिप इतनी मजबूती से की गई है कि वह किसी भी आरोपियों के बारे में जानकारी नहीं दे सके हैं. महिला केश कली ने बताया कि लोग आए थे, शादी का उत्सव मनाया गया. पहले लोगों को पंपलेट बाटा गया.
जिसमें छपा था कि धर्म बदलने के बाद क्या-क्या फायदा होगा? जो वीडियो दिखाया गया है उसमें बताया गया है कि धर्मांतरण से पहले के क्या हालात थे और बाद में क्या हालात है. इस दौरान वहां के लोगों ने बताया कि कार्यक्रम करने के बाद वह लोगों को कुछ पैसे भी देकर गए हैं. जिसका वीडियो भी बना है. जब धर्मांतरण की जानकारी बजरंग दल कार्यकर्ताओं को लगी तो वे मौके पर पहुंचे. लेकिन तब तक वह लोग अपना सामान समेटकर फरार हो चुके थे.
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धर्मांतरण के मामले पर जेल गए दो आरोपियों से पुलिस ने जेल में पूछताछ की. इस दौरान पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल और लैपटॉप के पासवर्ड की भी जानकारी जुटाई. आरोपियों से जब फंडिंग को लेकर पूछताछ की गई तो उन्होंने फर्जी तरह से पुलिस को बरगलाने का भी प्रयास किया. फिलहाल पुलिस आरोपियों के मोबाइल और लैपटॉप से मिलने वाले डाटा के जरिए आगे की कार्रवाई करेगी.
रिपोर्ट: आयुष तिवारी