पाकुड़ शहर के सिंधीपाड़ा मुहल्ले में रहनेवाले पत्थर व्यवसायी नरेश मध्यान के घर में उसके मैनेजर मोहन लालवानी की हत्या कर गुरुवार की रात करीब 9.30 बजे कर दी गयी. इसकी जानकारी शुक्रवार की सुबह रसोइया मोती मंडल ने कंपनी के कर्मियों को दी कि मोहन लालवानी की मौत हो गयी है. जानकारी मिलने के बाद पहुंची पुलिस ने घटना की जांच की. जांच के दौरान पुलिस ने गार्डन से हत्या में प्रयुक्त रॉड व खून से सना कपड़ा को बरामद किया. इसके बाद पुलिस ने हत्या के आरोप में रसोइया मोती मंडल को गिरफ्तार कर लिया. नरेश मध्यान की कंपनी छाबड़िया इंजीनियरिंग कंपनी के ड्राइवर अमित दास के लिखित आवेदन पर नगर थाना में रसोइये के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है.
खाना खाने के क्रम में पीछे से किया वार : जानकारी के अनुसार, साहिबगंज जिले के मंगलहाट का रहने वाला मोती मंडल (55) करीब 20-22 सालों से कंपनी में रसोइये का काम करता था. वहीं उत्तर प्रदेश के कानपुर जिला निवासी मोहन लालवानी (51) कंपनी में बतौर मैनेजर 10-12 सालों से काम करता था. पुलिस के अनुसार, रसोइया मैनेजर द्वारा लगातार गाली-गलौज करने से चिढ़ा रहता था. गुरुवार की रात को जब घर में सिर्फ दो ही लोग थे. तब रसोइये ने मोहन को डाइनिंग टेबल में खाना परोसा. मोहन जैसे ही खाने लगे तब रसोइये ने पीछे से उसके माथे पर रड से 4-5 बार वार कर दिया. इससे मोहन की मौके पर ही तड़प-तड़प कर मर गया. मोहन की मौत के बाद रसोइये ने साक्ष्य को छुपाने का प्रयास किया और शुक्रवार की सुबह मौत की जानकारी कंपनी के कर्मी को दी.
शुक्रवार की सुबह मोती मंडल ने घटना की जानकारी कंपनी के कर्मी को फोन कर दी. कंपनी के कर्मी मौके पर पहुंचे और इसकी जानकारी मालिक नरेश मध्यान को दी. नरेश मध्यान बाहर रहने के कारण इसकी जानकारी स्थानीय लोगों और पुलिस को दी. घटना की जानकारी मिलते ही एसडीपीओ अजित कुमार विमल और प्रभारी थाना प्रभारी संतोष कुमार व नगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची. उन्होंने घटनास्थल का जायजा लिया. इस दौरान रसोइया घटना से अनजान बना रहा. पुलिस के पूछने पर बताया कि वह रात को खाना बनाकर और डाइनिंग टेबल में खाना रखकर अपने कमरे में चला गया था. उसके बाद क्या हुआ, उसको इसकी जानकारी नहीं है. पुलिस उससे बात कर घर की छानबीन करने लगी. फोरेंसिक टीम भी मौके से साक्ष्य को जुटाने लगी. इस दौरान पास की झाड़ी से खून से सना हुआ झोला बरामद हुआ. उसके बाद रसोइये के कमरे की तलाशी ली गयी. इसमें उसके कमरे में भी खून के निशान देखे गये. इसके बाद पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो उसने गुनाह कबूल कर लिया. पुलिस की पूछताछ में आरोपी मोती मंडल ने बताया कि मोहन लालवानी के गाली-गलौज और खाने में नुक्स निकालने के कारण वह चिढ़ा हुआ था, इस कारण हत्या कर दी.
मोहन लालवानी की हत्या रसोइये ने ही की है. रसोइया मोती मंडल ने बताया कि मोहन लालवानी अक्सर उसे गाली-गलौज किया करता था, जिससे वह उससे चिढ़ा हुआ रहता था. इसी आवेश में आकर उसने गुरुवार की रात करीब 9.30 बजे लोहे के रड से माथे पर वार कर मोहन की हत्या कर दी है. पुलिस की जांच में रसोइये की संलिप्तता की बात सामने आने के बाद उससे पूछताछ की गयी. इसमें उसने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए पूरे घटनाक्रम का खुलासा कर दिया.
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