आगरा में फायर विभाग के कुक से प्लॉट के नाम पर धोखाधड़ी, पुलिस लाइन में तैनात पुलिसकर्मी ने किया फर्जीवाड़ा
आगरा के फायर विभाग में तैनात पुलिसकर्मी ने पुलिस लाइन में तैनात सिविल पुलिस कर्मी पर प्लॉट के नाम पर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाकर थाना रकाबगंज में मुकदमा दर्ज कराया है.
आगरा. उत्तर प्रदेश में आगरा के फायर विभाग में तैनात पुलिसकर्मी ने पुलिस लाइन में तैनात सिविल पुलिस कर्मी पर प्लॉट के नाम पर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाकर थाना रकाबगंज में मुकदमा दर्ज कराया है. इसमें पीड़ित पुलिसकर्मी ने आरोपी पुलिसकर्मी के बेटे को भी शामिल किया है. वहीं इस मामले में थाना प्रभारी रिकाबगंज का कहना है कि मुकदमा कर विवेचनात्मक कार्रवाई की जा रही है. प्राप्त जानकारी के अनुसार आगरा के संजय प्लेस में फायर ब्रिगेड विभाग में कुक के पद पर तैनात गजेंद्र सिंह फायर ब्रिगेड कैंपस, पुलिस लाइन, ईदगाह के सरकारी आवास में रह रहे हैं.
आरोपी ने पहले बेटी के शादी के नाम पर लिया था उधार
वहीं उनके पड़ोस में सिविल पुलिस पुलिस लाइन में तैनात सीताराम तोमर भी रह रहे थे. और दोनों के परिवार में आना जाना था जिसकी वजह से दोनों के पारिवारिक संबंध अच्छे बन गए थे. 2018 में गजेंद्र से सीताराम तोमर ने अपनी पुत्री की शादी के नाम पर 3 लाख उधार ले लिए और कहा कि 3 से 4 महीने में वापस कर दूंगा. लेकिन गजेंद्र द्वारा पैसे मांगने पर सीताराम तोमर टालमटोल करने लगे और इस बात को करीब 2 साल बीत गए. पीड़ित गजेंद्र ने बताया कि 2 साल बाद सीताराम तोमर की तबीयत खराब हो गई और उन्होंने आर्थिक तंगी का हवाला देते हुए मुझसे 1 लाख रुपए और उधार ले लिए. इस बात को भी चार-पांच महीने बीत गए लेकिन सीताराम ने गजेंद्र को पैसे नहीं दिए.
जब जमीन मालिक के पास गजेंद्र पहुंचा तब हुआ खुलासा
वहीं गजेंद्र ने बताया कि सीताराम ने उनसे कहा कि गड़ी हरलाल इटौरा, तहसील सदर, थाना मलपुरा में 300 वर्ग गज जमीन मौजूद है इसे तुम खरीद लो. जब मैं उनके साथ जमीन देखने गया तो उन्होंने बताया कि इसकी कीमत 9 लाख रुपये है मेरे पास तुम्हारे चार लाख रुपये पहले से ही है और अब तुम मुझे साढ़े पांच लाख रुपये दे दो तो मैं तुम्हारा बैनामा करा दूंगा. जिसके बाद गजेंद्र ने सीता राम के पुत्र मोहित तोमर को 5 अप्रैल 2021 को डेढ़ लाख और 2 जुलाई को दो लाख रुपए चेक से दे दिए और कुछ रकम नगद दे दी गई. गजेंद्र ने आरोप लगाया कि 2021 जुलाई से मैं लगातार जमीन का बैनामा कराने के लिए सीताराम तोमर से कह रहा था लेकिन उन्होंने ना तो जमीन का बैनामा कराया और ना ही मेरे पैसे वापस किए. ऐसे में जब मैं जमीन मालिक के पास पहुंचा तो उन्होंने बताया कि उनके पास कोई भी पैसा नहीं आया है. जिसके बाद मुझे ज्ञात हुआ कि मेरे साथ सीताराम तोमर द्वारा धोखाधड़ी की गई है और अब वह पैसे भी वापस नहीं कर रहा.
रिपोर्ट- राघवेंद्र, आगरा
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