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Coromandel Express Accident: खून से सनी पटरी, मची चीख-पुकार

कोरोमंडल एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद सवार यात्रियों ने आपबीती सुनायी. उन्होंने कहा कि मैंने सारी उम्मीदें छोड़ दी थीं. मैं उन कुछ यात्रियों में से था, जो टूटी हुई खिड़की से कोच से बाहर निकलने में कामयाब रहे.

By Prabhat Khabar News Desk | June 3, 2023 8:12 AM
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Coromandel Express Accident: ओडिशा के बालासोर जिले के बहानागा रेलवे स्टेशन के पास शुक्रवार को बड़ा ट्रेन हादसा हो गया. स्टेशन के पास कोरोमंडल एक्सप्रेस, दुरंतो एक्सप्रेस और मालगाड़ी आपस में भिड़ गयी. ट्रेनों की टक्कर इतनी जोरदार थी कि कोरोमंडल एक्सप्रेस पटरी से उतर गयी और उसके कई डिब्बे मालगाड़ी पर चढ़ गये. तीन ट्रेनों की टक्कर में सबसे पहले दुरंतो एक्सप्रेस मालगाड़ी से टकरायी, फिर कोरोमंडल भी आकर टकरा गयी. ट्रेन का इंजन मालगाड़ी के डिब्बों के ऊपर चढ़ गया है. इस हादसे में करीब 233 लोगों की मौत हो गयी, जबकि 900 से अधिक लोग घायल हैं. हादसे के बाद कोरोमंडल एक्सप्रेस, बेंगलुरु-हावड़ा दुरंतो एक्सप्रेस ट्रेन के परखच्चे उड़ गये.

हादसे में कई यात्रियों के ट्रेन के पलटे डिब्बों में फंसे होने की बात सामने आ रही है. फिलहाल, इस रूट की सभी ट्रेनों को रोक दिया गया है. एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू में जुट गयी है. हादसे के बाद वहां चीख-पुकार मच गयी. ट्रैक के किनारे सैकड़ों लोग घायल अवस्था में तड़पते नजर आये. बाद में प्रशासन ने सभी को स्थानीय अस्प्ताल में भर्ती कराया. वहीं, पटरी खून से सनी गयी. कई यात्री अपनों की तलाश में भटकते दिखे. प्राथमिक सूचना के मुताबिक, कोरोमंडल एक्सप्रेस का इंजन मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गया है, जिससे पता चलता है कि ट्रेन की रफ्तार काफी ज्यादा थी. ट्रेन हादसे की वजह अभी साफ नहीं हो पायी है, लेकिन एक ही लाइन पर दोनों ट्रेनें आ गयी थी. रेलवे ने बताया कि ट्रेन नंबर 12841 चेन्नई सेंट्रल से शालीमार जा रही थी. ये ट्रेन दो जून दोपहर 3.30 बजे शालीमार के लिए रवाना हुई.

लगा कि हम नहीं बच पायेंगे

बंगाल में दुर्घटनाग्रस्त ट्रेन में सवार यात्रियों में से एक गोबिंद मोंडल ने आपबीती सुनायी. उन्होंने कहा कि मैंने सारी उम्मीदें छोड़ दी थीं. मुझे लगा कि हम मर जायेंगे. मैं उन कुछ यात्रियों में से था, जो टूटी हुई खिड़की से कोच से बाहर निकलने में कामयाब रहे. प्राथमिक उपचार के लिए हमें डिस्पेंसरी ले जाया गया. उन्होंने बताया कि हम खतरे से बाहर हैं, लेकिन मैंने कुछ घायल लोगों को देखा.

ट्रेनें रद्द होने से परेशान हुए यात्री

कोरोमंडल एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद दक्षिण पूर्व रेलवे में लंबी दूरी की कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया. इससे हावड़ा स्टेशन पर चारों ओर परेशान यात्री दिखे. वेल्लोर में अपनी मां ज्योत्सना बेगम की चिकित्सा कराने के लिए बांग्लादेश से आये जुएल खान ने बताया कि वेल्लोर के सीएमसी अस्पताल में डॉक्टर से एपॉइंटमेंट भी मिल गया था. भारत में चार दिन रहने के बाद उनके पास पैसों की भी कमी है. उनकी मां को किडनी की समस्या है. उनकी हालत गंभीर है. उनके पास पैसों की भी कमी हो गयी है. ऐसी स्थिति में वह क्या करें, समझ नहीं पा रहे हैं. वह चाहते हैं कि रेलवे की ओर से कोई मदद मिले, ताकि वह वेल्लोर जा सके. बेंगलुरु जाने के लिए ट्रेन पकड़ने आये मुश्ताक अंसारी ने कहा कि स्टेशन में आने के बाद उन्हें पता चला कि ट्रेन कैंसिल हो गयी है. ऐसे में वह बहुत परेशान हैं. हावड़ा स्टेशन के पब्लिक एड्रेस सिस्टम से लगातार ट्रेनों के रद्द होने की सूचना दी जा रही थी.

शालीमार और हावड़ा स्टेशन पर परिजनों की भारी भीड़

शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस के दुर्घटना की खबर मिलने के बाद हावड़ा और शालीमार स्टेशन पर परिजनों की भारी भीड़ एकत्रित हो गयी. घटना की जानकारी देते हुए शालीमार स्टेशन के स्टेशन मास्टर ने बताया कि हमें रात 7.20 बजे जानकारी मिली. उसके बाद शालीमार स्टेशन के साथ हावड़ा स्टेशन और खड़गपुर स्टेशनों पर हेल्पलाइन खोला गया है. शालीमार स्टेशन पर पहुंचे एक यात्री ने बताया कि उसके माता-पिता शालीमार-कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन में सवार होकर भुवनेश्वर जानेवाले थे. इधर, घटनास्थल पर कई यात्री लहूलुहान दिखे.

पहले भी हादसे का शिकार हो चुकी है कोरोमंडल एक्सप्रेस

ओडिशा में 14 साल बाद एक बार फिर कोरोमंडल एक्सप्रेस हादसे का शिकार हुई है. 13 फरवरी, 2009 को जब ट्रेन हावड़ा से चेन्नई के लिए तेज गति से यात्रा कर रही थी, तब 13 डिब्बे पटरी से उतर गये थे, जिनमें से 11 स्लीपर थे और दो सामान्य डिब्बे थे. इस हादसे में 16 लोगों की मौत हो गयी थी, जबकि 161 लोग घायल हुए थे.

हेल्पलाइन नंबर

कोरोमंडल एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद विभिन्न स्टेशनों पर हेल्पलाइन नंबर खोले गये हैं. एक नजर इन फोन नंबरों पर.

स्टेशन हेल्पलाइन नंबर

  • 1. भद्रक 8455889900

  • 2. जाजपुर कियोनझार रोड 8455889906

  • 3. कटक 8455889917

  • 4. भुवनेश्वर 8455889922

  • 5. खुरदा रोड 6370108046

  • 6. ब्रह्मपुर 89173887241

  • 7. बालूगांव 9937732169

  • 8. पलासा 8978881006

  • 9. हावड़ा 033-26382217

  • 10. खड़गपुर 8972073925, 9332392339

  • 11. बालासोर 8249591559,7978418322

  • 12. शालीमार 9903370746

बालासोर, ओड़िशा में रेल हादसे में लोगों की जान जाने की खबर मिलने से काफी दुख हुआ. मेरी संवेदनाएं पीड़ितों के परिजनों के साथ है. बचाव कार्य की सफलता और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं.

– द्रौपदी मुर्मू, राष्ट्रपति

ओडिशा के बालासोर में ट्रेन दुर्घटना बेहद दुखद है. एनडीआरएफ की टीम पहले ही दुर्घटनास्थल पर पहुंच चुकी है. शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करता हूं और घायलों के जल्द ठीक होने की प्रार्थना करता हूं.

– अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्री

ओडिशा में घटनास्थल के लिए निकल रहा हूं. मैं घायलों के शीघ्र स्वास्थ होने और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना के लिए प्रार्थना करता हूं. भुवनेश्वर और कोलकाता से बचाव दल भेजे गये हैं. वायुसेना को भी बचाव कार्य में लगाया गया है.

– अश्विनी वैष्णव, रेल मंत्री

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पश्चिम बंगाल से यात्रियों को ले जा रही शालीमार-कोरोमंडल एक्सप्रेस बालासोर के पास एक मालगाड़ी से टकरा गयी. बाहर जाने वाले हमारे कुछ लोग गंभीर रूप से घायल हो गये हैं. हम अपने लोगों की हर संभव मदद के लिए प्रयास कर रहे हैं.

– ममता बनर्जी, सीएम, बंगाल

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