झारखंड में कोरोना ब्लास्ट : 7805 सैंपलों की जांच, 866 नये कोरोना संक्रमित मिले, दो की मौत
झारखंड में शुक्रवार को कोरोना ब्लास्ट हुआ है. एक ही दिन में सर्वाधिक 866 नये संक्रमित मिले हैं. सीएम आवास के दो कर्मचारी भी कोरोना संक्रमित पाये गये हैं.
रांची : झारखंड में शुक्रवार को कोरोना ब्लास्ट हुआ है. एक ही दिन में सर्वाधिक 866 नये संक्रमित मिले हैं. सीएम आवास के दो कर्मचारी भी कोरोना संक्रमित पाये गये हैं. इसकी पुष्टि होते ही सीएम आवास पर बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गयी हैं. इसके साथ ही राज्य में अबतक 11354 संक्रमित मिल चुके हैं.
वहीं, दो संक्रमितों की मौत हुई है. इनमें से एक संक्रमित रांची और दूसरा चतरा का है. अब तक राज्य में कुल 106 संक्रमितों की मौत हो चुकी है. 4314 लोग स्वस्थ हो चुके हैं. इस समय राज्य में कोरोना के कुल 6934 एक्टिव केस हो गये हैं. झारखंड में शुक्रवार को 7805 सैंपलों की जांच की गयी, जिसमें 10.58 प्रतिशत की दर से 866 संक्रमित मिले हैं.
यानी फिलहाल राज्य में प्रति 100 सैंपलों की जांच में 10 से ज्यादा संक्रमित मिल रहे हैं. शुक्रवार को झारखंड सभी 24 जिलों में संक्रमित मिले हैं. गिरिडीह से 154, देवघर से 131, पू सिंहभूम से 105, रांची से 83, चतरा से 46, कोडरमा से 43, दुमका से 41, गुमला से 36, लातेहार से 30, बोकारो से 29, सिमडेगा से 23, प सिंहभूम से 22, गोड्डा से 20, रामगढ़ से 19, सरायकेला से 18, धनबाद से 15, जामताड़ा से 14, पलामू से अाठ, हजारीबाग व पाकुड़ से सात-सात, साहिबगंज से छह और गढ़वा, खूंटी व लोहरदगा से तीन-तीन संक्रमित मिले हैं.
बिजली विभाग के जेई की कोरोना से मौत
रांची में एक विद्युत कनीय अभियंता की कोरोना से मौत हो गयी है. रांची में शुक्रवार को जज कॉलोनी, डोरंडा, कांके रोड,बरियातू, धुर्वा व अन्य इलाकों से संक्रमित मिले हैं. उधर, दुमका में मिले 38 संक्रमितों में दुमका सेंट्रल जेल के जेलर और जरमुंडी थाना के 33 पुलिसकर्मी शामिल हैं. दुमका मेडिकल कॉलेज का एक कर्मी व एक होमगार्ड का जवान भी संक्रमित मिला है.
167 मरीज स्वस्थ हुए
शुक्रवार को 167 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज किये गये हैं. इनमें बोकारो से 35, दुमका से छह, पू सिंहभूम से 21, गिरिडीह से पांच, खूंटी से दो, कोडरमा से छह, लोहरदगा से 18, पलामू से 38, रांची से 29, सरायकेला से सात मरीज स्वस्थ हुए हैं.
डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ को समय पर मिले वेतन
नयी दिल्ली . कोरोना से जंग लड़ रहे डॉक्टर व मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा, सुविधा व वेतन के मामले में सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई हुई. कोर्ट ने दिल्ली, महाराष्ट्र, पंजाब व कर्नाटक में इन कोरोना वरियर्स को समय पर वेतन नहीं देने पर कड़ा रुख अपनाया. केंद्र सरकार को आदेश दिया कि वह सुनिश्चित करे कि सभी डॉक्टरों व मेडिकल स्टाफ को उनका वेतन समय पर मिले.
इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करे. महामारी कानून के तहत वह कार्रवाई कर सकता है. कोर्ट ने केंद्र को आदेश दिया कि 10 अगस्त तक डॉक्टरों व मेडिकल स्टॉफ को वेतन व भत्ते का भुगतान कर दिया जाना चाहिए. दरअसल, कई राज्यों में डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ को पर्याप्त सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं. यह मामला सुप्रीम कोर्ट के पास पहुंचा है, जिस पर सुनवाई हो रही है. अगली सुनवाई 10 अगस्त को होगी़
आइसोलेशन अवधि को अवकाश मानने पर मांगा जवाब
जस्टिस अशोक भूषण, न्यायमूर्ति आर सुभाष रेड्डी व न्यायमूर्ति एमआर शाह की पीठ ने डॉक्टरों व मेडिकल स्टाफ के अनिवार्य आइसोलेशन अवधि को अवकाश मानने और उस अवधि का वेतन काटने के बारे में भी केंद्र से स्पष्टीकरण मांगा. केंद्र को यह स्पष्ट करने का भी निर्देश दिया कि आइसोलेशन की अवधि को अवकाश नहीं माना जायेगा और इस अवधि के लिए उनके वेतन से कटौती नहीं की जायेगी.
Post by : Pritish Sahay