पलामू : कोरोना पर मारपीट, एक की मौत
हजारीबाग : बाहर से आये लोगों के घरों पर चिपकाया पोस्टर
रामगढ़ : बैरियर लगा कर की जा रही है जांच
चतरा : बिना जांच कराये गांव आने पर लगी रोक
पड़वा, दारू, चितरपुर, चतरा : पड़वा थाना क्षेत्र के चक्रउदरपुर गांव के राजन साव, आशीष साव, छोटू साव और विक्की साव हैदराबाद और बेंगलुरु में काम करते हैं. कोरोना वायरस के खौफ के चलते लॉकडाउन को देखते हुए वहां काम बंद हो गया, तो सभी अपने गांव लौट आये हैं. लौटने के क्रम में इन सभी की स्क्रीनिंग हुई थी. उसी दौरान डाॅक्टरों ने इन्हें 14 दिन तक घर में रहने की सलाह दी थी. सोमवार की शाम छोटू साव और विक्की साव को गांव में घूमता देखकर गांव के ही राकेश साव ने दोनों को टोका. कहा : बाहर से आये हो, डॉक्टरों ने आराम की सलाह दी है, तो फिर बाहर क्यों निकले हो? पूरे गांव में कोरोना फैला दोगे क्या? इसी बात को लेकर छोटू और राकेश के बीच बहस हो गयी. छोटू धमकी देकर घर चला गया.
बाद में मझिगांव पंचायत के पूर्व मुखिया प्रदीप यादव ने दोनों पक्षों में समझौता कराया, लेकिन विवाद बढ़ता गया. इसके बाद कृष्णा साव, अनिल साव और राकेश साव ने मंगलवार की सुबह पंडवा थाना में इस विवाद की लिखित जानकारी दी. आरोप है कि मंगलवार शाम लगभग सात बजे रवींद्र साव, कुंजबिहारी साव, जितेंद्र साव, विक्की साव, छोटू साव, गुड्डू साव, राजेश साव, मनोज साव और विजय साव ने काशी साव के परिवार व राकेश पर हमला कर दिया. हमले में घायल काशी को पाटन अस्पताल ले जाया गया.
प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए पलामू मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (पीएमसीएच) रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान बुधवार को काशी की मौत हो गयी. घटना की जानकारी मिलने पर सदर एसडीपीओ संदीप गुप्ता, पंडवा बीडीओ प्रीति लता मुर्मू, पुलिस निरीक्षक अरुण माहथा, पंडवा थाना प्रभारी श्यामलाल हांसदा, नावाजयपुर थाना प्रभारी उपेंद्र नारायण सिंह घटनास्थल पर पहुंचे. गंभीर रूप से घायल राजेंद्र साव को बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर कर दिया गया है.
हजारीबाग : बाहर से आये लोगों के घरों पर चिपकाया पोस्टर
हजारीबाग के दारू प्रखंड के इरगा पंचायत भवन के पास ग्रामीणों ने बैरियर लगाकर गांव के मुख्य पथ को सील कर दिया है. दारू-खरिका, पेटो, बक्सीडीह, झुमरा समेत कई गांव के प्रवेश द्वार पर बाहरी लोगों का प्रवेश बंद किये जाने की सूचना लगायी गयी है. कई गांवों में बैरियर लगाने से आवश्यक कार्य के लिए बाहर जानेवाले व्यक्तियों को परेशानी हो रही है.
उधर, कोरोना वायरस से बचाव के लिए दूसरे राज्य से आये करीब 150 लोगों के घर पर प्रशासन ने पोस्टर चिपकाया है. इसमें संबंधित परिवारों को 14 दिनों तक अपने घरों पर रहने तथा अपने परिवार व समाज को सुरक्षित रखने की सलाह दी गयी है. बीडीओ रामरतन वर्णवाल, डॉ कपिल मुनि, थाना प्रभारी विनोद तिर्की और मुखिया त्रिलोकी यादव ने ऐसे कई पोस्टर बड़वार, दारू, इरगा, कबिलासी, पुनाय, जिनगा, झुमरा, गोपलो समेत कई गांव में लगाये हैं. वहीं, बाहर से आये लोगों के हाथों पर मुहर लगाकर चिह्नित किया गया है.
रामगढ़ : बैरियर लगा कर की जा रही है जांच
रामगढ़ जिले के चितरपुर प्रखंड में भी बड़ी संख्या में लोग दूसरे प्रदेशों से पहुंच रहे हैं. प्रखंड के बड़कीपोना में ग्रामीणों ने बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी है. किसी भी अनजान व्यक्ति को गांव में घुसने नहीं दिया जा रहा है. दुर्गा मंदिर चौक पुलिया के समीप लोगों ने बैरियर लगा दिया है. यहां लोगों के आधार कार्ड और पहचान पत्र की जांच करने के बाद ही उन्हें घुसने दिया जा रहा है. दूसरे प्रदेशों से काम कर लौटनेवाले लोगों को पहले स्वास्थ्य जांच कराने के लिए भेजा रहा है. इसके बाद ही उन्हें घुसने दिया जा रहा है. लोगों का कहना है कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से ग्रामीणों ने यह कदम उठाया है. चितरपुर, लारी, मायल और रजरप्पा प्रोजेक्ट में भी दूसरे प्रदेशों से लौट रहे लोगों की जानकारी प्रशासन को दी जा रही है.
बिना जांच कराये गांव आने पर लगी रोक
चतरा जिले के सदर प्रखंड स्थित लेम गांव में ग्रामीणों ने मुख्य पथ पर बैनर लगाकर दूसरे प्रदेश से आनेवाले लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी है. साथ ही बैरिकेडिंग भी की गयी है. ग्रामीणों का कहना है कि दूसरे प्रदेश से घर लौट रहे लोग सबसे पहले अस्पताल में जाकर जांच करायें. इसके बाद ही उन्हें गांव में घुसने दिया जायेगा. ग्रामीणों ने कहा कि बाहर से आनेवाले लोगों में कोरोना वायरस होने का शंका बनी रहती है, इसलिए जांच जरूरी है. दूसरे प्रदेश से आये गांव के कई लोग सदर अस्पताल में स्वास्थ्य जांच करा कर अपने घर लौट रहे हैं.