Jharkhand news: चैत्र पर्व 2022 के आयोजन को लेकर शुक्रवार को सरायकेला जिला समाहरणालय के सभागार में डीसी अरवा राजकमल की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई. इस बैठक में कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए पारंपरिक रिति-रिवाज के साथ चैत्र पर्व 2022 का आयोजन करने का निर्णय लिया गया. वहीं, वृहत स्तर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम सहित अन्य कार्यक्रम आयोजित नहीं करने का निर्णय लिया गया. साथ ही परंपरा का निर्वहन करते हुए सिर्फ सांकेतिक रूप से कार्यक्रम का आयोजन कर स्थानीय कलाकारों को अपनी कला प्रदर्शन का अवसर प्रदान करने की छूट दी गयी.
कोविड नियमों का करना होगा पालन
बैठक मे डीसी श्री राजकमल ने कहा कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार को देखते हुए पूजा स्थल पर भी पूजा में सम्मिलित सदस्यगण फेस मास्क का उपयोग अनिवार्य रूप से करेंगे. वहीं, कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी कलाकार वैक्सीनेटेड हो यह भी सुनिश्चित करना है. साथ ही कहा कि इस बार भी पूर्व की भांति कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए बड़े आयोजन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम जिससे भीड़ इकट्ठा होने की संभावना है वो कार्यक्रम नहीं होंगे.
कार्यक्रम में सम्मानित किये जाएंगे छऊ नृत्य के दो पद्मश्री
उन्होंने कहा कि छऊ नृत्य से जुड़े दो पद्मश्री पंडित गोपाल साहू और शशधर आचार्य को सम्मानित किया जायेगा. वहीं, कार्यपालक पदाधिकारी एवं स्थानीय पुलिस पदाधिकारी को निर्देशित करते कहा कि स्थानीय रीति-रिवाज के साथ पूजा संपन्न कराने को ध्यान में रखते हुए सभी नदी- घाटों की ससमय साफ-सफाई कराते हुए नियमित रूप से इसका निरीक्षण करें.
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फेसबुक लाइव से होगा प्रसारण
डीसी श्री राजकमल ने कहा कि चैत्र पर्व, 2022 का प्रसारण का फेसबुक लाइव से प्रसारण किया जायेगा, ताकि कोविड मानकों का अनुपालन करते हुए अधिक से अधिक लोगों को कार्यकर्म का सीधा प्रसारण दिखाया जा सके. कहा कि छऊ नृत्य के इस कला-संस्कृति को अगली पीढ़ी तक संरक्षित रखने के लिए आवासीय विद्यालय में बच्चों को प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से इच्छुक कलाकारों को इससे जोड़ा जाये. बैठक में डीडीसी प्रवीण कुमार गागराई, आईटीडीए निदेशक संदीप कुमार दोराईबुरु, अपर उपायुक्त सुबोध कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी सरायकेला रामकृष्ण कुमार, डीएसपी हेडक्वार्टर चंदन कुमार वत्स, बीडीओ सरायकेला मृत्युंजय कुमार, नप कार्यपालक दंडाधिकारी राजेंद्र प्रसाद गुप्ता सहित कई लोग उपस्थित थे.
3 अप्रैल को भैरव पूजा के साथ शुरू होगी चैत्र पर्व
चैत्र पर्व, 2022 की शुरुआत 3 अप्रेल को भैरव पूजा के साथ होगी. इस संबंध में राजकीय छऊ कला केंद्र के निर्देशक तपन पट्टनायक ने कहा कि सरायकेला में चैत्र पर्व आखडाशाल में आगामी 3 अप्रैल को भैरव पूजा के साथ शुरू होगी और 4 अप्रैल को शुभ घट लाया जाएगा. बताया कि शुभ घट लाने के बाद 5 से 8 अप्रैल, 2022 तक सिर्फ नदी में भोक्ताओं द्वारा पूजा-अर्चना किया जाएगा. 9 अप्रैल को झुमकेश्वरी पूजा, 10 अप्रैल को यात्राघट, 11 अप्रैल को वृंदावनी घट, 12 अप्रैल को गोरियाभार घट और13 अप्रैल को कालिका घट के साथ इस पर्व का समापन होगा.
Posted By: Samir Ranjan.