शेखपुरा : एनएमसीएच से शेखपुरा के कोरोना पॉजिटिव मरीज के संदिग्ध अवस्था में लापता होने को लेकर रालोसपा के प्रदेश अध्यक्ष (अभियान समिति) जितेंद्र नाथ ने कड़ी आपत्ति जतायी है. उन्होंने बताया है कि मरीज को तीन जुलाई को भर्ती किया गया था और छह जुलाई को परिवार के सदस्य जब संपर्क साधने की कोशिश की तो मोबाइल बंद बताने लगा. परिवार ने अस्पताल प्रशासन से जब संपर्क साधा तो पता चला कि मरीज अस्पताल में है ही नहीं. इस घटना से साफ जाहिर होता है कि बिहार सरकार कितनी बड़ी लापरवाह है.
परिवार के सदस्यों ने बताया कि भर्ती के समय जब अस्पताल में मरीज के देखभाल के लिए एक व्यक्ति को ठहरने की अनुमति मांगाी गयी तो साथ रहने के लिए अनुमति नहीं दी गयी. जितेंद्र नाथ ने बिहार सरकार, एनएमसीएच प्रशासन, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय एवं शेखपुरा जिला अधिकारी से मांग की है कि किसी भी तरह से इस व्यक्ति को खोजा जाये. अगर कल तक इस व्यक्ति को नहीं खोजा गया तो राष्ट्रीय लोक समता पार्टी शेखपुरा जिला में 18 तारीख को लॉकडाउन का पालन करते हुए अपने आवास के बाहर दो घंटे के सांकेतिक धरना पर बैठेगी. उसके बाद एक प्रतिनिधि मंडल जिला अधिकारी से मिलकर ज्ञापन सौंपेंगे. अगर जरूरत पड़ी तो इस घटना को लेकर राष्ट्रीय लोक समता पार्टी पूरे बिहार में आंदोलन खड़ा करेगी.
अधिकारी ने दी एफआइआर की सलाह
कोरोना संक्रमित मरीज का पटना के एनएमसीएच से गायब हो जाने के मामले में एक अधिकारी ने परिजनों को एफआइआर करने की नसीहत दी है. दरअसल मरीज की विवाहिता एक आंगनबाड़ी सेविका है. ऐसे में उन्होंने जब इस मामले को लेकर एक वरीय स्वास्थ्य अधिकारी से गुहार लगायी. तब अधिकारी ने उन्हें मुकदमा करने की सलाह दे डाली. परिजन ने बताया कि पीड़ित परिवार अधिकारी के जवाब से खुद आहत तो है, लेकिन अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ एफआइआर के लिए भी मन बना रहे हैं.