कोरोना से जंग : 40 से अधिक उम्र के 55215 लोगों का होगा कोरोना टेस्ट
झारखंड में 40 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 55215 लोग ऐसे निकले हैं, जिनमें किसी न किसी प्रकार की श्वसन से संबंधित बीमारी है. अब ऐसे लोगों का कोरोना टेस्ट कराया जायेगा.
सुनील चौधरी, रांची : झारखंड में 40 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 55215 लोग ऐसे निकले हैं, जिनमें किसी न किसी प्रकार की श्वसन से संबंधित बीमारी है. अब ऐसे लोगों का कोरोना टेस्ट कराया जायेगा. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ नितिन कुलकर्णी ने संबंधित जिलों को चिह्नित लोगों का टेस्ट कराने का निर्देश दिया है. कोविड-19 के मद्देनजर 18 जून से लेकर 26 जून तक स्वास्थ्य विभाग द्वारा 40 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों की हेल्थ स्क्रीनिंग का अभियान चलाया गया था.
राज्य में इस आयु वर्ग के 93 लाख 58 हजार 745 लोग हैं. इनमें तीन लाख 39 हजार 573 लोगों की स्क्रीनिंग की गयी, जिनमें 55 हजार 215 लोगों में सांस से संबंधित बीमारी पायी गयी है. वहीं तीन लाख 50 हजार 882 लोगों के टीबी, डायबिटीज, लेप्रोसी और बीएमआइ की जांच की गयी है.
घर-घर होना था सर्वे : पूरे राज्य में गहन जन स्वास्थ्य सर्वे सप्ताह अभियान 18 जून से 26 जून के बीच चलाया गया. गांवों में कैंप लगाकर यह काम किया गया, लेकिन शहरों में नहीं के बराबर हुआ है. जिसके कारण विभागीय सचिव ने नाराजगी भी जतायी और घर-घर जाकर सर्वे करने का निर्देश दिया है. रांची के शहरी क्षेत्र में सर्वे नहीं हुआ है. स्वास्थ्य सचिव ने डीसी और सीएस को सर्वे करने का निर्देश दिया है.
देश में कोविड-19 वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल को मंजूरी : देश की पहली कोविड-19 वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल के पहले और दूसरे चरण के लिए डीजीसीआइ की अनुमति मिल गयी है. इसे भारत बायोटेक बना रहा है़ देश में तैयार की जा रही यह कोरोना की पहली वैक्सीन है, जिसे इंसानों पर ट्रायल करने की मंजूरी मिली है. परीक्षण जुलाई में शुरू होगा. यह कंपनी भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के साथ काम कर रही है.
18 से 26 जून तक सर्वे
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राज्य में 40 वर्ष से अधिक आयु के 93 लाख 58 हजार 745 लोग हैं
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तीन लाख 39 हजार 573 लोगों की स्क्रीनिंग की गयी
झारखंड के निजी लैब में भी 2400 में होगा कोरोना टेस्ट
झारखंड के निजी लैब में भी कोरोना सैंपल की जांच 2400 रुपये में होगी. आइसीएमआर की गाइडलाइन का हवाला देते हुए स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ नितिन कुलकर्णी ने इससे संबंधित आदेश जारी कर दिया है. यह आदेश आइसीएमआर से अप्रूव्ड सभी निजी लैब पर लागू होगा. 2400 रुपये में ही निजी लैब को डाॅक्यूमेंटेशन से लेकर रिपोर्ट तक देनी होगी. गौरतलब है राज्य में पाथ काइंड और लाल पैथ लैब को कोरोना की जांच की अनुमति मिली थी. जमशेदपुर स्थित टीएमएच में भी जांच होती थी, जहां 4500 रुपये लिये जाते थे.
इन जिलों में 40 वर्ष से अधिक अायु वर्ग के लोग कोरोना टेस्ट के लिए चिह्नित हुए
जिला चिह्नित
बोकारो 1004
चतरा 207
देवघर 722
धनबाद 276
दुमका 3262
गढ़वा 551
जिला चिह्नित
गिरिडीह 3283
गोड्डा 713
गुमला 545
हजारीबाग 3029
जामताड़ा 147
खूंटी 2700
जिला चिह्नित
कोडरमा 111
लातेहार 226
लोहरदगा 342
पाकुड़ 211
पलामू 705
प. सिंहभूम 3055
जिला चिह्नित
पू सिंहभूम 17431
रामगढ़ 705
रांची 962
साहिबगंज 12104
सरायेकला 460
सिमडेगा 3526
झारखंड और बिहार 10 संक्रमित राज्यों से बाहर
कोरोना के संक्रमण से जहां महाराष्ट्र और दिल्ली बुरी तरह प्रभावित हैं, वहीं मध्यप्रदेश कोरोना के संक्रमण को रोकने में काफी हद तक कामयाब हो गया है. इसी के साथ मध्यप्रदेश, बिहार और झारखंड अब कोरोना से सबसे अधिक संक्रमित टॉप-10 राज्यों की सूची से बाहर हो गये हैं.
Post by : Pritish Sahay