मधुबन / पूर्वी चंपारण : कोरोना वायरस के कारण लॉक डाउन से गरीब और दैनिक मजदूरी करनेवालों पर भोजन के लाले पड़ने लगे हैं. इसी कड़ी में हरियाणा के गुरुग्राम (दिल्ली-एनसीआर) से तेतरिया प्रखंड के कोठिया गांव का गणेश सहनी रिक्शा चलाकर गुरुवार को अपने घर पहुंचा. दिल्ली से अपने घर आने में गणेश को पूरे छह दिन लगे. रास्ते में तमाम परेशानियों को झेलते घर पहुंचने पर राहत की सांस ली.
गणेश सहनी ने बताया कि वह हरियाणा के गुरुग्राम में परिवार के भरण पोषण के लिए वर्षों से रह कर परिवार का भरण-पोषण करता था. कोराना वायरस के प्रभाव आने के रिक्शा कम चल रहा था. इधर, लॉक डाउन के बाद मकान मालिक ने रहने से मना कर दिया. इसके बाद समस्या उत्पन्न होने लगी.
खाने-पीने की समस्या सामने आने के बाद गणेश ने 21 मार्च को खाने-पीने की व्यवस्था कर घर के लिए रिक्शे से ही चल दिया. गांव पहुंचने पर मुखियापति दिनेश राम ने बताया कि गणेश गरीब व्यक्ति है. उसके जमीन नहीं है. परिवार की जिम्मेवारी है. उसे दो लड़के और एक लड़की है. लड़के की शादी कर चुका है. मेडिकल टीम से भी जांच कराया गया है. फिलहाल गणेश घर में अकेले रहने का सुझाव दिया गया है.