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Coronavirus : गोपालगंज में विदेश से आये 626 लोगों में 207 लापता, ढूंढ़ रहा प्रशासन, 419 लोग सर्विलांस पर

जिले में विदेश से आये 207 लोग अब भी लापता हैं. स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारी लापता लोगों की ट्रैकिंग में लगे हैं. अब तक 626 लोग विदेशों से आये हैं. इनमें 310 लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है. बाहर से आये लोगों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है.

By Kaushal Kishor | March 25, 2020 6:14 PM

गोपालगंज : जिले में विदेश से आये 207 लोग अब भी लापता हैं. स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारी लापता लोगों की ट्रैकिंग में लगे हैं. अब तक 626 लोग विदेशों से आये हैं. इनमें 310 लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है. बाहर से आये लोगों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है.

पहले इन लोगों को घर के एक कमरे में होम आइसोलेशन वार्ड बना कर रखा जा रहा था, लेकिन कुछ जगहों से आइसोलेशन से निकलकर घूमने की सूचना मिलने के बाद पंचायतों में क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाकर डाला जा रहा है. वहीं, ब्रिटेन का एक टूरिस्ट गोपालगंज पहुंचा है. इसे सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है.

अस्पताल प्रशासन की ओर से आइसोलेशन वार्ड के एक कमरे में ऐहतियात तौर पर रखा गया है. सदर अनुमंडल पदाधिकारी उपेंद्र कुमार पाल के मुताबिक यूपी-बिहार के बॉर्डर के पास ब्रिटेन का नागरिक मिला, जो टूरिस्ट था.

गोपालगंज कोरोना अपडेट

  • 626 लोग विदेश से लौटे घर

  • 419 सर्विलांस पर रखे गये

  • 310 लोग की हुई स्क्रीनिंग

  • 207 लोगों की हो रही ट्रैकिंग

  • 234 पंचायत में क्वॉरेंटाइन सेंटर

  • 15 लोग आइसोलेशन से मुक्त

  • 11 संदिग्ध मरीज चिन्हित हुए

  • 04 संदिग्ध, पीएमसीएच हैं रेफर

  • 03 निगेटिव आया है जांच रिपोर्ट

  • 04 क्वॉरेंटाइन सेंटर निकाय में

  • 02 बना है आइसोलेशन सेंटर

  • 05 सैनिटाइज्ड एंबुलेंस तैयार

  • 01 एक ब्रिटिश नागरिक भर्ती

अस्पताल पहुंच रहे सर्दी-खांसी के पीड़ित

इमरजेंसी वार्ड में सिर्फ सर्दी और खांसी के मरीज ही पहुंच रहे हैं. डॉक्टरों का कहना है कि ओपीडी सेवा बंद होने के बाद इमरजेंसी वार्ड में मरीजों की संख्या बढ़ गयी है. बुधवार को सदर प्रखंड के तिरविरवां, मांझा, हरखुआ, बसडिला, जादोपुर, सरेया आदि इलाकों से सर्दी-खांसी के अधिकतर मरीज पहुंचे थे. डॉ शशि रंजन प्रसाद के मुताबिक, मौसम के कारण ऐसे मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है.

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