Coronavirus in Jharkhand : धनबाद के SNMMCH में शुरू होगा 150 बेड का नया कोविड वार्ड, डीसी ने संभाली बेड मैनेजमेंट की कमान

Coronavirus in Jharkhand (धनबाद) : धनबाद जिला अंतर्गत SNMMCH कैथ लैब में 150 बेड का नया कोविड वार्ड बनेगा. इसमें 50 से 60 बेड का ICU तथा 100 बेड का अतिरिक्त ऑक्सीजन सपोर्टेड Non ICU वार्ड होगा. डीसी सह अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार उमा शंकर सिंह के निर्देश पर SNMMCH कैथ लैब में कोविड संक्रमित मरीजों के उचित उपचार एवं स्वास्थ्य प्रबंधन के लिए 100 बेड के अतिरिक्त ऑक्सीजन सपोर्टेड Non ICU वार्ड का निर्माण शुरू किया गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 27, 2021 9:08 PM
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Coronavirus in Jharkhand (धनबाद) : धनबाद जिला अंतर्गत SNMMCH कैथ लैब में 150 बेड का नया कोविड वार्ड बनेगा. इसमें 50 से 60 बेड का ICU तथा 100 बेड का अतिरिक्त ऑक्सीजन सपोर्टेड Non ICU वार्ड होगा. डीसी सह अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार उमा शंकर सिंह के निर्देश पर SNMMCH कैथ लैब में कोविड संक्रमित मरीजों के उचित उपचार एवं स्वास्थ्य प्रबंधन के लिए 100 बेड के अतिरिक्त ऑक्सीजन सपोर्टेड Non ICU वार्ड का निर्माण शुरू किया गया है.

उल्लेखनीय है कि यहां वर्तमान में 86 बेड का Non ICU वार्ड संचालित है. मंगलवार को डीसी ने SNMMCH कैथ लैब स्थित निर्माणाधीन ICU एवं Non ICU वार्ड का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने युद्ध स्तर पर कार्य कर शीघ्र निर्माण कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया. कोविड संक्रमित मरीजों के उचित उपचार एवं स्वास्थ्य प्रबंधन के लिए 50-60 बेड का अतिरिक्त ICU Ward का निर्माण शुरू किया गया है.

बता दें कि यहां वर्तमान में 30 बेड का ICU वार्ड संचालित है. उन्होंने युद्ध स्तर पर कार्य कर यथा शीघ्र निर्माण कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया. उन्होंने बताया कि SNMMCH कैथ लैब में आधुनिक सुविधाओं तथा जीवन रक्षक दवाइयों से लैस 50-60 बेड के अतिरिक्त ICU Ward का निर्माण कार्य चल रहा है.

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तेजी से चल रहा ऑक्सीजन पाइपलाइन

डीसी ने बताया कि निर्माण कार्य में पूरी टीम लगी हुई है. ऑक्सीजन पाइप लाइन का काम तीव्र गति से चल रहा है. वेंटिलेटर, मॉनिटर, बेड, हाइड्रॉलिक बेड, इलेक्ट्रिकल बेड आदि लगाने का काम तेजी से चल रहा है. उन्होंने बताया कि SNMMCH कैथ लैब में द्वितीय तल पर विगत 5 से 6 वर्षों से निर्माण कार्य अधूरा पड़ा था. कई बार नोटिस देने के बावजूद भी संवेदक द्वारा कार्य पूर्ण करने में रुचि नहीं दिखायी जा रही थी. उन्होंने बताया कि आपदा की इस विकट घड़ी में जिला प्रशासन द्वारा अपने पूरे संसाधनों को मोबलाइज किया जा रहा है. इसी क्रम में उक्त संवेदक को निर्माण कार्य पूर्ण करने हेतु अंतिम चेतावनी दी गयी थी. बताया कि वर्तमान में निर्माण कार्य तीव्र गति से चल रहा है. निरीक्षण के दौरान संवेदक तथा संबंधित अभियंता को निर्माण कार्य की गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए निर्माण कार्य यथा शीघ्र पूर्ण करने का निर्देश दिया गया है. यहां कैथ लैब में पहले से ही 30 बेड का आइसीयू तथा 70 बेड का नन आइसीयू बेड चल रहा है.

मरीजों को मिले बेड, डीसी ने संभाली बेड मैनेजमेंट

SNMMCH स्थित कैथ लैब में बेड की कमी को लेकर परेशान कई कोविड मरीजों को भर्ती कराया गया. इस दौरान डीसी ने हॉस्पिटल परिसर में खड़े कई मरीज या उनके परिजनों से बातचीत की. गिरिडीह व धनबाद के भी सुदूरवर्ती क्षेत्रों से पहुंचे कोविड मरीजों को कैथ लैब में बेड उपलब्ध करवा कर इलाज शुरू करवाया. उन्होंने कहा कि कोरोना के बढ़ते रफ्तार को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा तैयारी की जा रही है. साथ ही भविष्य की रणनीति पर भी कार्य जारी है.

गिरिडीह के मरीज 5 घंटे से वेटिंग में थे

गिरिडीह से आये हुए व्यक्ति ने बताया कि उनकी मां का ऑक्सीजन लेवल लगातार गिर रहा है. गिरिडीह के अस्पताल से उन्हें धनबाद के लिए रेफर किया गया है, लेकिन हॉस्पिटल में बेड नहीं मिलने के कारण वह पिछले 5-6 से अस्पतालों के चक्कर लगा रहे हैं. डीसी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए ऑन ड्यूटी चिकित्सक से ICU में भर्ती मरीजों का पूरा ब्यौरा मंगाया तथा बेड मैनेजमेंट की कार्रवाई करते हुए उक्त मरीज को तुरंत ICU Ward में भर्ती कराकर उपचार शुरू करवाया. इसी प्रकार एक अन्य व्यक्ति के परिजन का ऑक्सीजन लेवल 60 के नीचे पहुंच गया है. उसकी आयु केवल 35 वर्ष है. उन्हें तुरंत उपचार की जरूरत है, लेकिन बेड नहीं मिलने के कारण इलाज नहीं हो पा रहा है.

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पैनिक होने की जरूरत नहीं : डीसी

धनबाद डीसी श्री सिंह ने बताया कि जिले के लोगों की सुरक्षा जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है. जिला प्रशासन हर प्रकार की परिस्थिति से सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार है. किसी भी व्यक्ति को पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है. सभी कोविड अस्पतालों तथा केयर सेंटरों में भर्ती मरीजों हेतु निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार पूरी चिकित्सा व्यवस्था तथा अन्य सामग्रियों की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है.

Posted By : Samir Ranjan.

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