Loading election data...

Coronavirus In Jharkhand : झारखंड के लातेहार में कोरोना के नाम पर फर्जीवाड़े का खुलासा, स्वस्थ व्यक्ति को भी बिना जांच कराए स्वास्थ्य विभाग बता दे रहा कोरोना पॉजिटिव, उपायुक्त से शिकायत

Coronavirus In Jharkhand, लातेहार न्यूज (चंद्रप्रकाश सिंह) : झारखंड के लातेहार जिले के गारू प्रखंड के रेफरल अस्पताल में ग्रामीणों के 1810 कोरोना सैंपल की फर्जी रिपोर्ट बनाकर एडजस्ट करने में स्वास्थ्य विभाग जुट गया है. छह मई को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किये गये कोरोना पॉजिटिव लोगों की सूची में कई ऐसे लोगों के नाम व मोबाइल नंबर शामिल हैं, जिन्हें गारू प्रखंड निवासी बताया गया है. लातेहार रेलवे स्टेशन के व्यवसायी सुशील उदयपुरिया और छिपादोहर के रेलवेकर्मी शशिभूषण प्रसाद से पूछताछ के बाद इस मामले का खुलासा हुआ है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 7, 2021 4:13 PM
an image

Coronavirus In Jharkhand, लातेहार न्यूज (चंद्रप्रकाश सिंह) : झारखंड के लातेहार जिले के गारू प्रखंड के रेफरल अस्पताल में ग्रामीणों के 1810 कोरोना सैंपल की फर्जी रिपोर्ट बनाकर एडजस्ट करने में स्वास्थ्य विभाग जुट गया है. छह मई को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किये गये कोरोना पॉजिटिव लोगों की सूची में कई ऐसे लोगों के नाम व मोबाइल नंबर शामिल हैं, जिन्हें गारू प्रखंड निवासी बताया गया है. लातेहार रेलवे स्टेशन के व्यवसायी सुशील उदयपुरिया और छिपादोहर के रेलवेकर्मी शशिभूषण प्रसाद से पूछताछ के बाद इस मामले का खुलासा हुआ है.

रेलवे स्टेशन के व्यवसायी सुशील उदयपुरिया ने बताया कि जब मैंने कोरोना की जांच ही नहीं कराई, तो फिर मेरी रिपोर्ट पॉजिटिव कैसे आ गई है. उन्होंने बताया कि रिपोर्ट पॉजिटिव आने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के द्वारा फोन कर दी गई. इसकी चर्चा उन्होंने घर पर की, तो परिवार में हड़कंप मच गया. बाद में मजबूर होकर आनन-फानन में उन्होंने कोरोना जांच करायी, जिसमें रिपोर्ट निगेटिव आयी. उन्होंने बताया कि इस मामले की जानकारी उन्होंने उपायुक्त को दी है.

Also Read: PM नरेंद्र मोदी पर CM हेमंत सोरेन के तंज के बाद झारखंड की सियासत गरमायी, बीजेपी नेता भड़के, आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू

लातेहार निवासी बालेश्वर पांडेय का नाम भी कोरोना पॉजिटिव की सूची में (33 वर्ष) उम्र के साथ शामिल है. श्री पांडेय से बात करने पर उन्होंने सबसे पहले बताया कि उनकी उम्र 66 वर्ष है. दूसरी बात यह कि उन्होंने आज तक कोरोना जांच करायी ही नहीं है. फिर भी उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव कैसे आई है. यह पता नहीं है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग कोरोना के नाम पर लोगों को परेशान करने में जुटा है. शहर के चंदनडीह निवासी प्रिया कुमारी ने कहा कि उन्होंने कोरोना जांच 11 दिन पहले करायी थी. अब वे पूरी तरह स्वस्थ्य हैं, लेकिन जब वे पूरी तरह स्वस्थ हो गयीं, तब उनकी रिपोर्ट आई है.

Also Read: झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के भाई वासुदेव महतो का हुआ अंतिम संस्कार, परिजनों से मिलने पहुंचे कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने बंधाया ढाढ़स

शशिभूषण कुमार नालंदा (बिहार) निवासी रेलकर्मी जो छिपादोहर में कार्यरत हैं. श्री कुमार ने बताया कि उन्होंने कोरोना टेस्ट कराया था, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव है. 15 दिन पहले उन्होंने कोरोना जांच करायी थी. गारू प्रखंड आज तक गया ही नहीं, फिर उनका आवासीय पता गारू कैसे हो गया. यह मुझे नहीं मालूम है. आपको बता दें कि गारू रेफरल अस्पताल में 1810 सैंपल कोरोना की जांच के लिए पांच माह पूर्व लिया गया था, लेकिन पांच के बाद भी सैंपल की जांच नहीं हुई और जिले को जांच प्रतिवेदन भेज दिया गया था. इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ संतोष कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि पूरे मामले की जानकारी मिली है. नाम और पता कैसे बदल गया है. इसकी जांच करायी जायेगी.

Also Read: SAIL बोर्ड की बैठक 13 मई को, BSL व सेलकर्मियों की बढ़ी उम्मीदें, लंबित पे रिवीजन पर मुहर लगने की संभावना

Posted By : Guru Swarup Mishra

Exit mobile version