Coronavirus In Jharkhand : भयावह है हजारीबाग के चुरचू प्रखंड की तस्वीरें, महज 15 दिनों में 18 लोगों की कोरोना से मौत, अब भी 100 मरीज संक्रमित

प्रखंड के चनारो, चुरचू, आगो, बहेरा, चरही, इंद्रा, जरबा व हेंदेगढ़ा में लगभग 700 लोग सर्दी, बुखार, टाइफाइड व अन्य बीमारी से पीड़ित थे. इसमें लगभग 500 लोग झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज कराने के बाद ठीक हो गये हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | May 21, 2021 9:23 AM

Hazaribagh News, Coronavirus Update Jharkhand Hazaribagh हजारीबाग : हजारीबाग जिले के उग्रवाद प्रभावित चुरचू प्रखंड में 15 दिन के भीतर कोरोना से लगभग 18 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा खांसी, सर्दी, बुखार व अन्य बीमारी से लगभग 33 लोगों की मौत होने की खबर है. चुरचू व डाड़ी प्रखंड में लगभग 250 कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं, जिसमें 150 स्वस्थ हो गये हैं. अब भी 100 कोरोना संक्रमित हैं.

प्रखंड के चनारो, चुरचू, आगो, बहेरा, चरही, इंद्रा, जरबा व हेंदेगढ़ा में लगभग 700 लोग सर्दी, बुखार, टाइफाइड व अन्य बीमारी से पीड़ित थे. इसमें लगभग 500 लोग झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज कराने के बाद ठीक हो गये हैं.

70% लोग झोलाछाप डॉक्टर के इलाज व जड़ी-बूटियों के सेवन से हुए ठीक

चुरचू प्रखंड के 70 प्रतिशत लोग स्थानीय झोलाछाप डॉक्टर व जड़ी-बूटियों का सेवन कर ठीक हुए हैं. गांव के लोग खांसी, टाइफाइड, जुकाम व अन्य बीमारी को जड़ी-बूटी, बाकस पौधे का पत्ता, काढ़ा व गिलोय का सेवन कर ठीक हुए हैं.

चरही के झोलाछाप डॉक्टर अनिल कुमार ने कहा कि मार्च में कोरोना महामारी के पूर्व 30से 50 हजार रुपये तक की दवा बेच देते थे. अभी महीने में दो लाख तक की दवा बेच देते हैं. उन्होंने एक महीना में 200-300 मरीजों का इलाज किया, जिसमें 70 प्रतिशत ठीक भी हो गये.

वहीं चिचिकला के सिफा क्लीनिक के शहजाद हुसैन ने कहा कि चनारो पंचायत के चिचिकला, कानाबाद, गोबरदाहा, झुमरी, बिनकरवा आदि गांवों में एक महीना में सर्दी, टाइफाइड, बुखार से पीड़ित लगभग 100-150 मरीजों ने इलाज कराया, जिसमें लगभग 70 प्रतिशत ठीक हो चुके हैं.

जागरूकता के अभाव में नहीं ले रहे वैक्सीन :

चुरचू, आगो, लारा, बालीडीह, झरना, लौठे, धमंनसरिया, बेला, पोटमो, चिरूबेडा, बाली, पिपराबेड़ा, सिमराबेड़ा, बिनकरवा, गोबरदाहा, कनाबांद, दाहूदाग, बांसाडीह, कर्माबेडा, कजरी, चिचिकला, डूमर, गोंदवार, नानो, बुजुर्गनानो, नगड़ी, कठाडाड़ी, ओरिया, सरिया, सांडी, राहमदगा, जोकी, लोथरवा, दासोखाप, कोवाड़, बंदा, ओबरी, लुकैया, करगी, दलदलिया अति सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र हैं. इन गांवों में जागरूकता के अभाव में लोग वैक्सीनेशन नहीं करा रहे हैं. ये लोग वैक्सीन लेना जरूरी नहीं समझते.

चुरचू प्रखंड में कोरोना से मरनेवालों की संख्या व नाम :

आगो पंचायत में चार, चुरचू पंचायत में आठ (राजेंद्र सिंह, बासदेव सिंह व अन्य), चरही पंचायत में एक (अशोक सिंह), बहेरा पंचायत में दो (प्रेम कुमार शर्मा, मो रमजान), जरबा पंचायत में दो (देवेंद्र कुमार, अशोक साव), हेंदेगढ़ा पंचायत में एक की मौत कोरोना से हुई है. वहीं एक माह के अंदर टाइफाइड, सर्दी बुखार से भी चुरचू प्रखंड में लगभग 33 लोगों की मौत हुई है .

आगो पंचायत के ओरिया में नहीं है उपस्वास्थ्य केंद्र

आगो पंचायत के ओरिया में उप स्वास्थ्य केंद्र नहीं है. वर्ष 1976-1977 में ओरिया में उप स्वस्थ्य केंद्र बना था, जो ध्वस्त हो चुका है. आगो पंचायत के लोगों को ओरिया से पांच किलोमीटर दूर आगो पंचायत भवन के बगल में स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र में जाना पड़ता है. ओरिया में उप स्वास्थ्य केंद्र बनाने के लिए स्वीकृति मिली है पर भवन निर्माण शुरू नहीं हुआ है.

हजारीबाग जिले के अति उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र चुरचू प्रखंड में आठ पंचायत हैं, जिसमें चुरचू, आगो, चरही, चनारो, बहेरा, इंद्रा, जरबा व हेंदेगढ़ा हैं. सभी आठों पंचायतों में कुल 41 गांव हैं, जिसकी आबादी 53 हजार 705 है. भौगोलिक दृष्टिकोण से आगो और चुरचू पंचायत उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र में बसा है.

वहीं छह पंचायत में चनारो पंचायत के चिचिकला, कानाबांद, गोवर दाहा, चिचिखुर्द, बिनकरवा, झुमरी, बलगढ़ा पहाड़ी क्षेत्र में स्थित है. वहीं चरही, बहेरा, पारबाद, तिताही, डूमरकोचा, चरही, बहेरा, इंद्रा, जरबा व हेंदेगढ़ा पंचायत घनी आबादी क्षेत्र में स्थित है.

चुरचू प्रखंड के सभी गांव में लोगों को कोरोना से बचने की सलाह दी जा रही है. मरीजों की जांच व वैक्सीनेशन की जानकारी भी दी जा रही है. डॉ एपी चैतन्य, मेडिकल अफसर

कोरोना महामारी से बचाव के लिए प्रखंड प्रशासन द्वारा चुरचू प्रखंड के सभी सुदूरवर्ती क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. सहिया दीदी व सेविका के माध्यम से गांव-गांव में सर्दी, जुकाम, टाइफाइड व अन्य बीमारी का सर्वे किया जा रहा है. बीमारी का पता चलने पर इलाज की सुविधा दी जा रही है. वैक्सीन के लिए भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है.

इंदर कुमार, बीडीओ

Posted By : Sameer Oraon

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