कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोरोनावायरस के संक्रमण से निबटने के लिए देशभर में पीएम नरेंद्र मोदी के लॉकडाउन का समर्थन तो किया ही है, साथ ही बंगाल में संक्रमण को कैसे कम किया जाए इसपर भी स्वयं काम कर रही हैं. ऐसे में ममता बनर्जी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें ममता खुद सड़क पर उतरकर लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का मतलब समझा रही हैं.
#WATCH West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee seen directing officials and vendors to practice social distancing, in a market in Kolkata. #COVID19 pic.twitter.com/dwkDbvcraR
— ANI (@ANI) March 26, 2020
वायरल वीडियो में ममता बनर्जी सड़क पर पड़ी एक ईंट उठाकर गोल घेरा बनाते नजर आ रही हैं. इसके साथ ही वह बता रही हैं कि इस प्रकार कम से कम एक मीटर की दूरी पर गोल घेरा बनाएं और जो लोग जरूरी सामानों की खरीद के लिए घर से बाहर निकल रहे हैं वे दूरी मेंटेन करें. ममता का यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी पसंद किया जा रहा है.
आपको बता दें कि कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए विशेषज्ञों की भी यही राय है कि जितना अधिक सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन किया जायेगा, संक्रमण को उतना ही कम किया जा सकता है. लॉकडाउन के दौरान पुलिस भी लोगों को दूरी बनाये रखने की सलाह दे रही है. भारत में पिछले कुछ दिनों से संक्रमितों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. ऐसे में लोगों को घर में रहने की सलाह दी जा रही है. लोगों तक जरूरी सामान होम डिलिवरी के माध्यम से पहुंचाने के लिए सरकार अपने स्तर से हर प्रयास कर रही है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने देश के 18 राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर राज्य के उन श्रमिकों को सहायता पहुंचाने का भी आग्रह किया है जो कोरोनावायरस महामारी के दौरान लॉकडाउन के बाद जगह-जगह फंस गये हैं. बनर्जी ने पत्र में लिखा, ‘बंगाल के कई कामगार देश के विभिन्न हिस्सों में काम कर रहे हैं, जिनमें अर्द्ध कुशल और अकुशल दोनों श्रेणी के मजदूर शामिल हैं. देश में कोविड-19 महामारी की वजह से पूरी तरह बंद के कारण पश्चिम बंगाल के कई कामगार वापस नहीं आ सके और विभिन्न जगहों पर फंस गये हैं.’
ममता बनर्जी का यह पत्र महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, केरल, दिल्ली, ओडिशा, कर्नाटक और पंजाब के मुख्यमंत्रियों को मिला है. इसमें बनर्जी ने कहा, ‘हमें सूचना मिली है कि बंगाल के मूल निवासी ऐसे कई श्रमिक आपके राज्य में भी फंसे हुए हैं. हमें उनके लिए आपात स्थिति में फोन आ रहे हैं.’ मुख्यमंत्री ने कहा कि सामान्य तौर पर वे 50-100 के समूह में हैं और स्थानीय प्रशासन आसानी से उन्हें पहचान सकता है.
उन्होंने कहा, ‘हम उन्हें कोई मदद नहीं पहुंचा सकते, इसलिए मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि कृपया अपने प्रशासन को उन्हें संकट के इस समय में बुनियादी आसरा, भोजन और चिकित्सा सहायता मुहैया कराने को कहें.’ बनर्जी ने यह भी लिखा, ‘हम बंगाल में फंस गये ऐसे लोगों की देखभाल कर रहे हैं.’ इस बीच कोलकाता में राज्य के परिवहन सचिव एन एस निगम ने गुरुवार को बताया कि यहां हावड़ा स्टेशन पर ट्रेन सेवाएं निलंबित होने के कारण फंस गये सैकड़ों लोगों को पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा बसों से उनके गंतव्य तक भेजा गया है. इनमें से अधिकतर लोग शनिवार आधी रात से स्टेशन परिसर के बाहर वक्त गुजारने को मजबूर थे और घर वापसी के लिए बहुत परेशान थे. इसके बाद अधिकारी उनके बचाव के लिए आये.