झारखंड में कोरोनावायरस का दूसरा मामला सामने आया है. हजारीबाग के विष्णुगढ़ इलाके के एक गांव के मजदूर की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पायी गयी है. रिम्स के इक्रोबायोलॉजी विभाग ने इसकी पुष्टि की है. बताया जा रहा है कि मजदूर पश्चिम बंगाल के आसनसोल में मजदूरी का काम करता था. तबीयत खराब होने के बाद वह आसनसोल से पैदल चलकर 29 मार्च को विष्णुगढ़ पहुंचा था, उसे क्वारेंटाइन में रखते हुए सैंपल रिम्स भेजा गया था, जहां से पॉजिटिव रिपोर्ट आयी है.
दरअसल, हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ प्रखंड से आठ किलोमीटर की दूरी पर स्थित गांव करगालों के एक मजदूर को कोरोना वायरस जांच में पॉजिटिव पाया गया है. इस मजदूर की उम्र 52 वर्ष है और वह पिछले 25 वर्षों से आसनसोल एनएस रोड में एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में मजदूरी करता था. वहां उसकी तबीयत 29 मार्च को खराब हो गयी. काफी तेज बुखार आने पर वह अपने घर बिष्णुगढ़ के लिए आसनसोल से पैदल निकल ही गया. रास्ते में वह किसी गाड़ी का सहारा लेकर बगोदर तक पहुंचा. इसके बाद विष्णुगढ़ के करगालों से उसका बेटा उसे लेने बगोदर गया. वहां से उसे लाकर विष्णुगढ़ अस्पताल में इलाज करवाया.
तबीयत ज्यादा बिगड़ने के बाद डॉक्टरों ने मजदूर का बेहतर इलाज के लिए तुरंत हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया. 31 मार्च को इस व्यक्ति का ब्लड सैंपल जांच के राजधानी रांची स्थित रिम्स भेजा गया. रिम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग की जांच रिपोर्ट में मजदूर कोरोना वायरस के संक्रमण से पॉजिटिव पाया गया.
उधर, हजारीबाग करगालों गांव में यह खबर आते ही सन्नाटा पसर गया है. विष्णुगढ़ के बीडीओ संजय कुमार और सीओओ श्रीकृष्ण मरांडी ने करगालों के जनप्रतिनिधियों को जानकारी देते हुए पूरे गांव में लॉकडाउन का पालन करने का निर्देश दिया है.
31 मार्च को रांची के हिंदपीढ़ी में रह रही एक विदेशी महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद पूरे इलाके को सील कर दिया गया है. इस महिला को फिलहाल रिम्स में रखा गया है और इलाज किया जा रहा है. हजारीबाग वाले व्यक्ति को भी रिम्स लाया जायेगा. कोरोना संक्रमित महिला उन लोगों में शामिल थी, जिन्हें 18 विदेशी नागरिकों सहित 22 लोगों को सोमवार को हिंदपीढ़ी के बड़ी मस्जिद और उसके आसपास से पुलिस ने पकड़ा था.
महिला का छोड़ सभी 21 लोगों को अभी भी खेलगांव स्थित क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया है. सभी की दोबारा जांच करायी जा रही है. उक्त महिला दिल्ली में आयोजित निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात के मरकज में शामिल हुई थी. वह राजधानी एक्सप्रेस से 16 मार्च को दिल्ली से चली थी और 17 मार्च को रांची पहुंची थी. महिला ने राजधानी एक्सप्रेस के बी1 में सफर किया था.
रांची जिला प्रशासन वैसे सभी लोगों का पता लगा रहा है, जिन्होंने 16 मार्च को राजधानी एक्सप्रेस के बी1 कोच में सफर किया था. उपायुक्त राय महिमापत रे ने प्रेस कॉन्फेंस कर ऐसे लोगों से तुरंत प्रशासन को सूचित करने की अपील की है. साथ ही रेलवे से उस दिन बी1 कोच में सफर करने वालों की सूची भी मांग ली गयी है. पुलिस सूची के आधार पर लोगों से संपर्क करने में जुट गयी है.