Coronavirus Pandemic Corona Cases in India अंबाला : कोरोनावायरस (Coronavirus) की चपेट में आने के बाद ज्यादातर लोगों की पसंद प्राइवेट अस्पताल हैं. ऐसे में भाजपा के नेता और हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज (Anil Vij) सरकारी अस्पताल में ही अपना इलाज कराने पर अड़ गये हैं. तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उनके परिवार वालों और शुभचिंतकों ने उन्हें प्राइवेट अस्पताल में शिफ्ट कराना चाहा, लेकिन वे नहीं माने और सरकारी अस्पताल में ही अपना इलाज कराने की बात कही.
हाल में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को शुरुआत में अंबाला कैंट के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बाद में उनके फेफड़ों में इंफेक्शन फैल जाने के बाद उन्हें रोहतक के पीजीआईएमएस अस्पताल में शिफ्ट किया गया. यहीं डॉक्टरों की एक विशेष टीम उनकी निगरानी कर रही है और उन्हें अब प्लाज्मा थेरेपी देने की तैयारी चल रही है.
सिविल अस्पताल में विज की हालत जब ज्यादा खराब होने लगी तो उनके परिजनों ने उन्हें गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराने की तैयारी शुरू कर दी. साथ ही कई बड़े नेताओं ने भी विज को मेदांता में भर्ती होने की सलाह दी. इस पर विज ने कहा कि हमे सरकारी अस्पतालों और यहां के डॉक्टरों पर पूरा भरोसा है. मैं सरकारी अस्पताल में ही इलाज कराऊंगा. इसके बाद विज को पीजीआई के एक स्पेशल वार्ड में रखा गया है.
Also Read: COVAXIN लेने के बाद भी हरियाणा के मंत्री अनिज विज क्यों हुए कोरोना पॉजिटिव, खुद बतायी वजह
अंबाला के सिविल सर्जन डॉ कुलदीप सिंह ने बताया कि रोहतक अस्पताल में डॉक्टरों की एक टीम विज की हालत की निगरानी कर रही है. बता दें कि विज ने स्वेच्छा से आगे आकर भारत बायोटेक के कोविड-19 के संभावित टीके कोवैक्सीन के परीक्षण के तहत पिछले महीने एक टीका लगावाया था. वह पांच दिसंबर को कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये थे. डॉक्टरों ने बताया कि विज के फेफड़ों तक संक्रमण फैल गया है. उन्हें प्लाज्मा थेरेपी दी जायेगी. उनकी स्थिति स्थिर है.
कोरोना वैक्सीन कोवैक्सीन का एक डोज लेने के बाद जब अनिल विज कोरोना पॉजिटिव पाये गये तब इस स्वदेशी टीके के प्रभाव पर सवाल उठने लगे थे. इस पर तुरंत आगे आकर कंपनी ने बताया कि विज ने वैक्सीन का केवल एक ही डोज लिया था, जबकि इसके दो डोज लेने जरूरी हैं. उसके 15 से 20 दिन के बाद ही शरीर में एंटीबॉडी बनता है. विज को पहला डोज 20 नवंबर को लगाया गया था. उसके 28 दिन बाद उन्हें दूसरा डोज लगाया जाना था, लेकिन इससे पहले ही वे कोरोना पॉजिटिव हो गये.
Posted By: Amlesh Nandan.